रांची: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के उस बयान पर गहरी आपत्ति की जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री पर 3.25 करोड़ झारखंड के लोगों को तरजीह नहीं देने की बात कही थी. प्रतुल ने कहा कि इस समय पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है और मुख्यमंत्री अभी भी राजनीति कर रहे हैं.
केंद्र, झारखंड समेत अन्य सभी राज्यों को कोरोना आपदा से निपटने के लिए पूरी सहायता प्रदान कर रहा है. अभी हाल में ही ₹17,287 करोड़ की राशि राज्यों को दी गई ताकि राज्य अपनी व्यवस्था को दुरुस्त कर सके. इसके अतिरिक्त पिछले 24 घंटे में केंद्र ने अलग-अलग राज्यों में 60 टन मेडिकल उपकरण और राहत सामग्री हवाई रास्ते से पहुंचाई है. सिर्फ झारखंड में 1 दिन में बड़ी संख्या में मेडिकल उपकरण, मास्क, किट, पीपीई ड्रेस, सैनिटाइजर और राहत सामग्री हेलीकॉप्टर से पहुंचाया गया है. इसके अतिरिक्त केंद्र ने इस आपदा के समय में देश मे 21 विशेष विमान और 20 हेलीकॉप्टर आकस्मिक व्यवस्था के तहत तैनात करके रखा है.
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प्रतुल ने कहा कि वीडियो कॉनफ्रेंसिंग में प्रधानमंत्री के लिए हर मुख्यमंत्री से बात करना संभव नहीं होता है. इस बार के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भी एक दर्जन से ज्यादा मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री की बातचीत नहीं हो पाई।यह ज्यादा महत्वपूर्ण है की वीडियो कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री के द्वारा दिए गए निर्देशों को सुनकर सम्बंधित राज्य सरकार पालन करे. लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अभी भी सरकार की असफलता को छिपाने के लिए राजनीतिक बयानबाजी कर रहे हैं.
प्रतुल ने कहा कि की मुख्यमंत्री का इस आपदा से लड़ने की गंभीरता का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है की उन्होंने राष्ट्रीय आपदा घोषित होने के लगभग 2 हफ्ते बाद राज्य में इससे निपटने के लिए उच्च स्तरीय कमेटी बनाई. तैयारियों और क्वारेंटाइन सेंटर को लेकर बड़ी-बड़ी बात की गई थी. इसकी पोल खुल चुकी है. अब भी राज्य सरकार को अपनी व्यवस्था को दुरुस्त कर के बेहतर इंतजाम करना चाहिए.
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प्रतुल ने मुख्यमंत्री को सलाह दी कि यह राजनीति करने का समय नहीं है बल्कि जनता के स्वास्थ्य की रक्षा करने का समय है. मुख्यमंत्री को बताना चाहिए की राज्य सरकार ने अपने स्तर से महामारी से लड़ने के लिए जिस 200 करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा की थी,उस राशि का कहां-कहां उपयोग हुआ.