असम(गुवाहाटी): दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में हुई जमात के कारण देश में कोरोना के मरीजों में इजाफा हुआ है. इसके कारण कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. जमातियों को इधर उधर होने के बाद से सरकार उनको ढूंढने लग हुई है.
ताकी कोरोना के संक्रमण को रोका जा सके. इसी तरह से असम सरकार ने मरकज जमाती के लोगों को जल्द से जल्द अस्पताल में भर्ती होकर जांच कराने का आदेश दिया है. अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो उनपर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा.
असम सरकार ने निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने वाले जमातियों को अंतिम चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर वह किसी भी अस्पताल में भर्ती नहीं होते हैं तो उनपर कड़ी कार्रवाई करते हुए गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा.
जानकारी के लिए बता दें कि राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बावजूद निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के 2,300 से ज्यादा सदस्यों के रहने की बात सामने आई है उसके बाद देशभर में कोरोना के मरीजों में बढ़ोतरी हुई है.
निजामुद्दीन मरकज में धार्मिक आयोजन में देश-विदेश से कम से कम 9,000 लोगों ने हिस्सा लिया था.
ध्यान दें कि केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर उन सभी से कोविड-19 के मरीजों के इलाज में महत्वपूर्ण मेडिकल ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा है, साथ ही इस दौरान सोशल डिस्टेंस बनाए रखने और स्वच्छता पर भी ध्यान देने को कहा है.
केन्द्रीय गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा ‘व्यापक अभियान’ के बाद जमात के सदस्यों और उनके संपर्क में आए 25,500 से ज्यादा लोगों को देश के विभिन्न हिस्सों में पृथक वास में रखा गया है.