नई दिल्ली: देश में कोरोना संकट पर चर्चा के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सर्वदलीय बैठक की.
मीटिंग के बाद बीजेडी सांसद पिनाकी मिश्रा ने बताया कि पीएम ने ये साफ किया है कि 14 अप्रैल के बाद एक साथ लॉकडाउन नहीं हटाया जायेगा. मिश्रा के मुताबिक, पीएम का कहना है कि प्री-कोरोना और पोस्ट-कोरोना की जिंदगी एक समान नहीं होने वाली. मतलब ये है कि कोरोना के बाद देश-दुनिया में बहुत कुछ बदलने वाला है.
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वहीं लोजपा सांसद चिराग पासवान ने कहा, “प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हुई बैठक में उन्होंने अपने शब्दों में कहा कि जितनी जानकारी और जितने सुझाव उनके पास आ रहे हैं, वो अभी इस तरफ दर्शा रहे हैं कि देशहित में अभी लॉकडाउन को आगे जारी रखना चाहिए.”
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कोविड-19 के कारण अब तक देश में 149 लोगों की मौत हो चुकी है. पीएम की बैठक में कांग्रेस समेत लगभग सभी विपक्षी दलों के नेताओं ने भाग लिया.
पीएम ने इस बैठक में सरकार द्वारा कोरोना संकट से निपटने के कार्यों की जानकारी दी और नेताओं से राय मांगी.
पीएम ने इस दौरान कहा कि वह 11 अप्रैल को फिर से सभी राज्यों के सीएम से बात करेंगे.
पहले कहा जा रहा था कि पीएम मोदी की इस बैठक में हिस्सा नहीं लेगी. लेकिन पार्टी के नेता सुदीप बंदोपाध्याय भी इसमें शामिल हुए. पीएम मोदी ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, डीएमके प्रमुख स्टालिन सहित कई नेताओं से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात कर कोरोना महामारी रोकने के लिये सरकार के प्रयासों की जानकारी दी थी.
ये नेता हुए शामिल
कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद, टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय, शिवसेना के संजय राउत, बीजेडी के पिनाकी मिश्रा, एनसीपी के शरद पवार, एसपी से रामगोपाल यादव, शिरोमणि अकाली दल से सुखबीर सिंह बादर, बीएसपी से सतीश चंद्र मिश्रा, वाइएसआर कांग्रेस से विजय साई रेड्डी और मिथुन रेड्डी, जेडीयू से राजीव रंजन सिंह समेत कई नेताओं ने इसमें भाग लिया.