रांची: भाजपा नेताओं के उपवास को राजनीति करार देते हुए पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने कहा कि बीजेपी नेताओं को अगर उपवास करना ही है तो वे केंद्र सरकार के खिलाफ करें क्योंकि केंद्र की सरकार ने ही 21 दिनों के पीरियड समाप्त होने के बाद भी 1 करोड़ों से ज्यादा लोगों को अभी तक डिटेंशन में कैद रख रखा है.
पूर्व मंत्री ने कहा कि चूंकि अभी तक केंद्र सरकार ने देशभर में फंसे लोगों को लाने संबंधित कोई सरकारी ऑर्डर जारी नहीं की है न ही यातायात के लिए कोई इंतेजाम किये हैं. ऐसे में राज्य सरकार के पास कोई विकल्प नहीं बचता जिससे की लोगों को वापस बुलाया जा सके. भाजपा द्वारा यह उपवास इस महामारी के समय में राजनीति के अलावा और कुछ भी नहीं है. इन्हें सरकार को हरसंभव सहयोग करना चाहिए था परंतु ये लोग राजनीति पर उतर आये.
त्रिपाठी ने एकबार फिर केंद्र सरकार से यह अपील की कि राज्य के बाहर फंसे लोगों को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार यातायात संबंधित निर्णय ले ताकि स्पेशल ट्रेन व बस के जरिए लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा सके.
विदित हो कि पिछले हफ्ते भी त्रिपाठी मजदूरों व बाहर फंसे लोगों को लाने के लिए स्पेशल ट्रेन व यातायात की सुविधा बहाल करने की अपील केंद्र सरकार से कर चुके हैं ताकि लॉकडाउन खत्म होने से पहले ही इन्हें इनके जिलों में अवधि पूरा कराकर सकुशल उनके घरों तक पहुंचाया जा सके.