असम: मशरूम खाना सेहत के लिए अच्छा होता है, लेकिन कई बार सही मशरूम की पहचान किए बिना उसे खाना जानलेवा भी साबित हो जाता है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है पूर्वोत्तर के राज्य मेघालय और असम में सामने आया है.
मेघायल के गृह (पुलिस) मंत्री लाहमेन रिम्बुई ने बताया कि नेईघ्रम गांव में जंगली मशरूम की सब्जी खाने से दो परिवारों के 10 लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी. सभी को पास के अस्पताल में भर्ती कराया था. इनमें से पांच लोगों की गत सप्ताह मौत हो गई, जबकि एक की मंगलवार को मौत हो गई. इनमें से तीन लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं, जिनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है. वहीं असम के डिगबोई थाना पुलिस ने बताया कि गोलाई निवासी फूलसुन सोनार की पत्नी मोनी जंगल से जहरीला मशरूम लेकर आई थी. उसने इसकी सब्जी बनाई और अपने बेटे सहित खा लिया. सुबह उनकी तबीयत बिगड़ गई. अस्पताल पहुंचने पर दोनों की मौत हो गई. इसी तरह चराईदेव जिले के भोगबाड़ी गांव में भी जहरीला मशरूम खाने से रिखेश्वर बोरा, उनकी पत्नी सुवला बोरा उनकी बेटी हिमाद्री की मौत हो गई.
इसी तरह नागालैंड के वोखा जिले के यमजा गांव में बिना पका हुआ जंगली मशरूम खाने से एक ही परिवार के चार लोगों की तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद उन्हें वानसोखुन के क्रिश्चियन मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां एक महिला और उसके 12 साल के बेटे की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि परिवार के अन्य सदस्यों की सेहत पर नजर रखी जा रही है. फिलहाल उनकी हालत में सुधार बताया जा रहा है.
बता दें कि जंगली मशरूम खाने से मौत होने का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले गत 13 अप्रैल को भी मिजोरम के मामित और मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स जिले में जंगली मशरूम खाने से दो परिवारों के 10 लोगों की मौत हो गई थी. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों राज्यों से परिवारों में पांच-पांच लोगों की मौत हुई थी. उन्होंने बताया था कि कई बार अनजाने में जहरीली मशरूम खाने में आ जाती है.