खूंटी: राज्य सरकार लगातार प्रवासी मजदूरों को अन्य राज्यों से वापस लाने का प्रयास कर रही है. इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के जशपुर से रांची पहुंची प्रवासी मजदूरों की खेप में खूंटी जिले के कर्रा रोड के एक ही परिवार के छह लोग रांची के हुलहुण्डू स्थित कोरेन्टाइन सेंटर में 3 मई से रुके हैं. जिसमे दो युवति, तीन बच्चे, 8, 10 , 12 वर्ष के और उनके पिता शामिल हैं. कोरेन्टाइन में रखे गए छह लोगों का नाम सुनील गुप्ता, कविता गुप्ता, रक्षा कुमारी गुप्ता, चंदन गुप्ता, गुनगुन गुप्ता और आयुष गुप्ता है.
सभी छह लोगों की मेडिकल जांच करायी गयी है और उन्हें होम कोरेन्टाइन के लिए कहा गया है, लेकिन इनका कहना है कि कोरेन्टाइन सेंटर में अधिकृत पदाधिकारी उन्हें लगातार खूंटी पहुंचाने की बात करते हैं लेकिन अब तक नहीं पहुंचा रहे हैं. छत्तीसगढ़ से रांची पहुंचने के बाद खूंटी जाने के क्रम में कालामाटी चेकपोस्ट के पास से सभी छह लोगों को वापस हुलहुण्डू के कोरेन्टाइन सेंटर में रखा गया है. खूंटी कर्रा रोड नहीं पहुंचने पर बच्चों का और युवतियों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. फोन कर उन्होंने खूंटी के सांसद प्रतिनिधि को अपनी पीड़ा सुनाई और कहा कि अंकल हमें घर पहुंचा दो.
इस पूरे मामले पर खूंटी सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार ने बताया कि मामले पर खूंटी और रांची जिला प्रशासन कोई स्पष्ट आदेश नहीं दे रहे हैं. खूंटी जिला प्रशासन का कहना है कि इन लोगों का नाम खूंटी की सूची में सूचीबद्ध नही किया गया है. उधर रांची प्रशासन भी इस मामले में कोई स्पष्ट रुख नहीं अपना रही है. होम कोरेन्टाइन की बात कहकर सरकारी कोरेन्टाइन में अब तक रखे रहना कई सवाल खड़े करता है. युवतियों के कहना है कि कम से कम बच्चों की सुध ले रांची या खूंटी प्रशासन.