दिल्ली: राष्ट्रीय वाहक एयर इंडिया ( Air India ) विदेश में फंसे हुए भारतीय नागरिकों ( Indian citizens ) को वापस लाने के लिए ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत शुक्रवार को सिंगापुर से दिल्ली के लिए पहली उड़ान संचालित करेगी. सिंगापुर में भारतीय उच्चायुक्त, जावेद अशरफ ने बताया कि एयर इंडिया की 20 उड़ानों में से पहली शुक्रवार को यहां से 240 भारतीयों को घर लेकर जाएगी. ये लोग लॉकडाउन ( Lockdown) में फंसे 3,500 से अधिक प्रवासियों का हिस्सा हैं. उन्होंने कहा कि उड़ान शुक्रवार सुबह 8.35 बजे दिल्ली के लिए रवाना होगी. अशरफ ने कहा कि चेन्नई, त्रिची, अमृतसर, अहमदाबाद और कोलकाता जैसे अन्य गंतव्यों के लिए भी उड़ानें मांगी गई हैं.
उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली-सिंगापुर की यह उड़ान 64 फेरी सेवाओं में पहली उड़ान होगी, जो एयरलाइन और इसकी सहायक कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस द्वारा सात से 13 मई तक संचालित की जानी है. भारत सात मई से दुनिया के सबसे बड़े हवाई बचाव कार्यों में से एक शुरू करेगा, जब दोनों एयरलाइंस मिशन के पहले चरण की शुरूआत करेंगे. योजना के अनुसार, 12 देशों में फंसे 14,800 भारतीयों को वापस लाने के लिए ये दोनों एयरलाइंस सात दिनों में 64 उड़ानों का संचालन करेंगी. इस दौरान कुल मिलाकर 190,000 से अधिक भारतीय नागरिकों को इस एयरलिफ्ट ऑपरेशन के तहत वापस लाए जाने की उम्मीद है, जिन्हें एक तरफा उड़ान सेवा शुल्क देना होगा.
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इस बार की योजना के अनुसार, संयुक्त अरब अमरीत (यूएई) में सात से 13 मई के बीच भारतीयों को लाने के लिए 10 उड़ानें संचालित की जाएंगी, जबकि अमेरिका के लिए सात, मलेशिया के लिए सात और सऊदी अरब के लिए पांच उड़ानें भेजी जाएंगी. इसके बाद इन उड़ानों का लाभ उठाने वाले यात्रियों से एकतरफा सेवा के लिए शुल्क लिया जाएगा, क्योंकि राष्ट्रीय वाहक पहले से ही वित्तीय संकट में है. हाल ही में अपनी अनिश्चित वित्तीय स्थिति के बावजूद एयरलाइन ने कोविड-19 संकट के दौरान विदेश में फंसे 9,000 से अधिक यात्रियों को निकाला है.