रांची: एदार-ए-शरीया झारखंड की एक महत्वपूर्ण बैठक आज रांची में हुई. बैठक की ध्यक्षता प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक डॉ. हलीमुद्दीन वारसी ने की, संचालन एदार ए शरीया झारखंड के नाजिमें आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने की.
बैठक में कोरोना वायरस पर चर्चा की गई, मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने बताया कि ये महामारी चीन से फैल कर अब पूरे विश्व में फैल चुकी है, हमारे देश में भी इस ने दस्तक दे दिया है, जिसकी पेट में देश के 14 राज्य आग गये हैं.
उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित करते हुऐ राज्य के सभी निजी- सरकारी स्कूल, शिक्षण संस्थान, आदी जगहों को कुछ दिनों के लिए बंद करने का आदेश दिया है. बैठक में इस महामारी पर चर्चा के बाद सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि झारखंड राज्य में स्थापित सभी मदरसे एहतेयातन आगामी 31 मार्च तक बंद रखे जाएंगे.
एदार ए शरीया झारखंड ने मदरसों के सभी समितियों से अपील की है कि वह इस महामारी से बचने के लिए एहतेयाती पहल करें और छुट्टी से सम्बंधित समय सारणी बना लें. वहीं जिन मदरसों में परीक्षा है उसे फिलहाल रद्द किया जाए और जिन मदरसों में दस्तार बंदी के जलसों का आयोजन किया गया है, वह निर्धारित कार्यक्रम पर बहुत एहतेयात के साथ करें और जलसे के दिन हर एहतेयाती कदम उठाएं.
एदार ए शरीया झारखंड ने राज्य के तमाम मस्जिदों के इमामों से कहा है कि वह हर नमाज के बाद कोरोना वायरस और हर आफात से नेजात के लिए सामूहिक दुआ करें. चूंकि ये अजाब-ए-एलाही है सभी लोगों को चाहिए कि वह अपने अंदर व बाहर की हर तरह की बुराइयों से तौबा करें. एदारा ने कहा कि कोरोना वायरस से डरने की जरुरत नहीं बल्कि इस से लडने की जरुरत है.
एदार ए शरीया ने राज्य वासियों से भी अपील कि है के राज्य सरकार के द्वारा उठाए जारहे कदम में सहायता करें ताकि सामूहिक तौर पर इस महामारी से लड़ा जा सके. एदार ए शरीया झारखंड ने येह भी महत्वपुर्ण फैसला लिया कि राज्य भर में केंद्र सरकार की जन विरोधी नितियों सी ए ए, एन आर सी एवं एन पी आर के खिलाफ हो रहे धरने व आंदोलन जारी रहेंगे और ये विरोध प्रदर्शन उस वक्त तक जारी रहेंगे जब तक केंद्र सरकार इसे वापस ना ले ले.
बैठक में एदार ए शरीया झारखंड उलेमा व मशाईख बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सय्यद शाह अलकमा शिबली, मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी, डॉ. हलीमुद्दीन वारसी, कारी अय्यूब रजवी, मौलाना जसीमुद्दीन खान, मौलाना हाजी शमीम अख्तर हबीबी, मौलाना सय्यद मसउद अहमद फरीदी शहर काजी, मौलाना अशफाक कादरी, हाफिज हेशामुद्दीन, हाजी सरफ्राज, कारी जाहिद हुसैन, मौलाना मुजीबुर रहमान, मौलाना शेर मोहम्मद कादरी, मौलाना अनवर अली, मौलाना नौशाद आलम, शहबाज अख्तर, प्रो इरशाद खान, डॉ. अताउल्लाह अंसारी, अधिवक्ता इरफान अहमद, रिजवान अख्तर, हाजी सईद कौसर ,हाफिज हामिद रजा आदि शामिल थे.