रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि अभी हाल ही में पार्टी छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए अरुण उरांव को प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव के खिलाफ कोई भी टिप्पणी करने या ज्ञान बखारने के पहले कामडारा, सिसई, बसिया, गुमला और लोहरदगा का एक बार भ्रमण कर लेना चाहिए, तब उन्हें जनता की असली समस्या समझ में आएगी.
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प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि एक पार्टी को त्याग कर दूसरे पार्टी में शामिल होने वाले अरुण उरांव जैसे नेता किसी विचारधारा से जुड़े नहीं होते है, ऐसे नेता सिर्फ अपने निजी स्वार्थ और राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए ही पाला बदलने का काम करते हैं.
उन्होंने कहा कि इस वैश्विक महामारी को लेकर सांप्रदायिक रूप देकर भाजपा भले ही राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम करें, लेकिन कांग्रेस का हर एक कार्यकर्त्ता इस संकट की घड़ी में जरूरतमंद और गरीबों को मदद पहुंचाने में जुटा है.
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वहीं मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव की देखरेख में प्रत्येक राशनकार्डधारी को दो महीने का अग्रिम अनाज उपलब्ध करा दिया गया है, उन परिवारों को भी राशन उपलब्ध कराया जा रहा है, जिन्होंने सिर्फ राशन कार्ड के लिए आवेदन दिया है. इसके अलावा प्रवासी मजदूरों, विभिन्न हिस्सों में फंसे श्रमिकों और गांव-पंचायत के निर्धन परिवारों को भी दाल-भात केंद्र तथा खिचड़ी केंद्र के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराया गया है. इसके अलावा भी प्रत्येक जिले में सूखा अनाज जरूरतंद परिवारों तक पहुंचाने के लिए कदम उठाया गया है.
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दूसरी तरफ केंद्र सरकार की ओर से पर्याप्त किट और स्वास्थ्य उपकरण नहीं मिलने के कारण पर्याप्त संख्या में कोविड-19 जांच संभव नहीं हो पा रही है, इसलिए अरुण उरांव जैसे नेताओं को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव द्वारा किये जा रहे जनकल्याणकारी कार्यों पर सवाल उठाने के पहले केंद्र में बैठे भाजपा नेताओं से यह आग्रह करना चाहिए कि राज्य को इस संकट की घड़ी में अधिक से अधिक मदद उपलब्ध कराएं.

