चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली संविधान पीठ आज सुबह 10:30 बजे सुनवाई शुरू करेगी.कोर्ट आज मध्यस्थता पैनल की रिपोर्ट देखने के बाद आदेश देगा, अगर कोर्ट पैनल मध्यस्थता प्रकिया बन्द करने को सही मानता है, तो कोर्ट 25 जुलाई से रोजाना सुनवाई का आदेश दे सकता है. मुस्लिम पक्षकारों की ओर से राजीव धवन ने विरोध किया था और उन्होंने कहा था कि ये मध्यस्थता प्रकिया की आलोचना करने का वक़्त नहीं है.राजीव धवन ने मध्यस्थता प्रकिया पर सवाल उठाने वाली अर्जी को खारिज करने की मांग की थी. लेकिन निर्मोही अखाड़ा ने गोपाल सिंह की याचिका का समर्थन किया था और कहा था कि मध्यस्थता प्रकिया सही दिशा में आगे नहीं बढ़ रही है. पिछली सुनवाई में हिन्दू पक्षकार गोपाल विशारद के वकील परासरन ने सुप्रीम कोर्ट से जल्द सुनवाई की तारीख तय करने की मांग की थी और कहा था कि अगर कोई समझोता हो भी जाता है, तो उसे कोर्ट की मंजूरी ज़रुरी है.
इससे पहले कमेटी ने मध्यस्थता प्रक्रिया के लिए अतिरिक्त समय की मांग की थी.सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी को 15 अगस्त तक का समय दिया था. 8 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व जज एफ एम कलीफुल्ला, धर्म गुरु श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ वकील श्रीराम पंचु को मध्यस्थ नियुक्त किया था.कोर्ट ने सभी पक्षों से बात कर मसले का सर्वमान्य हल निकालने की कोशिश करने को कहा था.सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि पैनल 4 हफ्ते में मध्यस्थता के जरिए विवाद निपटाने की प्रक्रिया शुरू करने के साथ 8 हफ्ते में यह प्रक्रिया खत्म हो.

