Browsing Category
परवरिश
किशोरों की थकान और निंद्रा (परवरिश: अभिभावक से दोस्त तक-02)
राहुल मेहता,
पल्लवी सबकी लाड़ली थी. घर हो या बाहर उसने कभी किसी को शिकायत का मौका नहीं दिया, सिवाय दादाजी के. दादाजी भी यूं तो उसके व्यवहार और शैक्षणिक प्रदर्शन से काफी खुश रहते थे, उन्हें शिकायत थी तो बस पल्लवी के दिनचर्या से. उन्हें…
विद्यालय के बाद का जीवन और अवसाद (परवरिश: अभिभावक से दोस्त तक-01)
राहुल मेहता,
नकुल बहुत ही मेधावी छात्र था. हमेशा वर्ग में प्रथम तीन में ही आता था. उसने माध्यमिक बोर्ड के लिए काफी मेहनत किया था. परिणाम निकला तो घर में सभी बहुत खुश थे. उसे 94.3% अंक प्राप्त हुए थे. परन्तु यह ख़ुशी अगले ही दिन उदासी में…
बच्चों की बेहतर पालन-पोषण और अभिभावकों की जिम्मेदारियां (परवरिश -1)
राहुल मेहता,
रांची: बच्चों के परवरिश के महत्त्व से हम सभी वाकिफ हैं. परवरिश निर्धारित करता है कि बच्चा कैसे बड़ा होगा और बड़ा होकर कैसा होगा. अधिकतार माता पिता बच्चों के लिए अपना जीवन न्योछावर कर देतें हैं, कभी अपनी इच्छा तो कभी अपने…