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सनातन-धर्म
कल्याण किला जितने के बाद शिवाजी ने औरंगजेब की बहन और शाहजहां की बेटी रोशनआरा को आदर के साथ उसके घर…
छत्रपति शिवाजी महाराज के समय में महिलाओं का हमेशा सम्मान किया जाता था चाहे वह दुश्मन की बहन बेटियां हीं क्यों ना हो। सभी को अपनी माता और बहन के समान समझा जाता था।
महिलाओं की गरिमा हमेशा बनाए रखनी चाहिए, बेशक वह महिला किसी भी जाति!-->!-->!-->…
शरद पूर्णिमा 2022: इस वर्ष 9 अक्टूबर रविवार को है शरद पूर्णिमा, जानिए शुभ मुहूर्त और व्रत का महत्व
सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। वहीं शरद ऋतु के प्रारंभ की अनुभूति शरद पूर्णिमा के दिन से होती है। शारदीय नवरात्रि के बाद पड़ने वाली पहली पूर्णिमा को ही शरद पूर्णिमा कहते हैं। मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा की किरणों से अमृत!-->…
जानिएशरद पूर्णिमा के दिन खीर खाने के 5 कारण
शरद पूर्णिमा के दिन चंद्र की रोशनी मे खीर रख कर खाने की विशेष परंपरा है । आखिर इस दिन हम खीर क्यों खाते हैं? क्या है इसका वैज्ञानिक कारण और रहस्य।
चंद्र से बरसता है अमृत : कहते हैं कि इस दिन आसमान से चंद्र से अमृतमयी किरणों का आगमन होता!-->!-->!-->…
शरद पूर्णिमा को इस तरीके से खीर बनाकर खाने से मिलती है असाध्य रोगों से मुक्ति
शरद पूर्णिमा के महत्व से हम सभी अच्छी तरह से जानते हैं लेकिन इस दिन खीर किस तरह से बनाकर कैसे खाना चाहिए यह शायद ही कोई जानता हो। इस दिन कोई खिचड़ी तो कोई खीर बनाकर कहा लेते हैं लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा की इस दिन का विशेष महत्व क्या!-->…
आइए जानते हैं ऋषि अंगिरा को जिनका जिक्र ऋग्वेद के सूक्तों में मिलता है
पुराणों के अनुसार महर्षि अंगिरा ब्रह्मा जी के मानस पुत्र हैं तथा ये गुणों में ब्रह्मा जी के ही समान हैं। इन्हें प्रजापति भी कहा गया है और सप्तर्षियों में वसिष्ठ, विश्वामित्र तथा मरीचि आदि के साथ इनका भी परिगणन हुआ है। इनके दिव्य!-->…
विक्रम और बेताल की कहानियां : बेताल पच्चीसी
विक्रम और बेताल की कहानियां, जिसे बेताल पच्चीसी के नाम से भी जाना जाता है। विश्व साहित्य के धरोहरों में से एक हैं। ये सभी कहानियां संस्कृत के एक ग्रंथ बेतालपञ्चविंशतिका में मौजूद हैं। इसमें कई प्ररेणादायक और नेतृत्व क्षमता को बढ़ाने वाली!-->…
जानिए भगवान परशुराम का जन्म कब और कहां हुआ था, क्या-क्या है मान्यताएं… वे आज भी जीवित हैं…
मुंबई: भगवान परशुराम किसी समाज विशेष के आदर्श नहीं है. वे संपूर्ण हिन्दू समाज के हैं और वे चिरंजीवी हैं. फिर भी ब्राह्मणों का एक वर्ग "जिसे जमींदार ब्राह्मण कहा जाता है " अपना आदर्श भगवान परशुराम को मानते है. भगवान परशुराम को श्री राम के…
सरस्वती पूजा 2022:-जानें पौराणिक मान्यता और पूजन विधि…
यह त्यौहार माघ मास के शुक्लपक्ष की पंचमी को मनाया जाता है. हिन्दू कैलेंडर के अनुसार माघ शुक्ल पंचमी तिथि 05 फरवरी को प्रात: 03 बजकर 47 मिनट से शुरू हो रही है, यह 06 फरवरी को प्रात: 03 बजकर 46 मिनट तक है. वसंत पंचमी की उदयातिथि…
आज मनाया जा रहा मकर संक्रांति का पर्व, सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे, जानें शुभ…
मकर संक्रांति 2022: मकर संक्रांति का पर्व आज मनाया जा रहा है. ज के दिन सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं यही मकर संक्रांति कहलाता है. आज के दिन स्नान कर सूर्य देव की पूजा करने का विधान है. उसके बाद दान…
माँ छिन्नमस्तिके मंदिर, रजरप्पा
मां छिन्नमस्तिके / रजरप्पा मंदिर भैरवी और दामोदर नदियों के संगम पर स्थित है। यह झारखंड की राजधानी रांची से 80 किमी और जिला रामगढ़ से 28 किमी की दूरी पर है। यहां मंदिर, दो नदियों का संगम स्थल और जलप्रपात भी है। इसी कारण यह झारखंड के सबसे!-->…