दिल्ली: कोरोना वायरस से लड़ाई लड़ने के लिए ‘जनता कर्फ्यू’ का असर पूरे भारत में देखा जा रहा है. हालांकि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन सीएए (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ महिलाएं धरने पर बैठी हुई हैं. इस बीच प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया है कि प्रदर्शन वाली जगह पर एक पेट्रोल बम फेंका गया है.
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‘ शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि आज CAA विरोध प्रदर्शन वाली जगह पर एक पेट्रोल बम फेंका गया.’ बता दें, सीएए के विरोध में महिलाओं ने दिसंबर के मध्य से ही दक्षिणपूर्वी दिल्ली से नोएडा को जोड़ने वाली सड़क का एक साइड अवरूद्ध कर रखा है.
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सोमवार को, दिल्ली सरकार ने कहा था कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर 50 से अधिक लोगों वाले समारोहों की अनुमति नहीं है, जिसकी संख्या घटाकर अब 20 कर दी गई है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था, ‘यह शाहीन बाग पर भी लागू होता है.
पीएम मोदी ने गुरुवार को देश के नाम संबोधन में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में ‘संयम और संकल्प’ का आह्वान करते हुए देशवासियों से रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’ का पालन करने को कहा था. उन्होंने टीवी पर प्रसारित करीब 30 मिनट के संबोधन में कोरोना वायरस के खतरे पर जोर देते हुए लोगों से घरों के भीतर रहने और जितना संभव हो सके उतना घर से काम करने के लिए कहा था. उन्होंने कहा था कि दुनिया ने इतना गंभीर संकट पहले कभी नहीं देखा.