नई दिल्ली : कच्चे तेल में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पिछले दिनों की नरमी के बाद फिर तेजी लौटी है. इस सप्ताह अब तक कच्चे तेल के भाव में करीब तीन डॉलर प्रति बैरल की गिरावट आ चुकी है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में नरमी रहने से घरेलू वायदा बाजार में भी कच्चे तेल का दाम 200 रुपये प्रति बैरल से ज्यादा गिरा है. पिछले सप्ताह के आखिरी सत्र में शुक्रवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर कच्चे तेल का जुलाई वायदा अनुबंध 4,138 रुपये प्रति बैरल पर बंद हुआ था जबकि इस सप्ताह पिछले सत्र में बुधवार को कच्चे तेल का भाव एमसीएक्स पर 3,916 रुपये प्रति बैरल पर बंद हुआ.
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बाजार के जानकार बताते हैं कि एमसीएक्स पर कच्चे तेल के भाव में और गिरावट देखने को मिल सकती है क्योंकि पिछले सत्र में विदेशी बाजार में कच्चे तेल के दाम में नरमी रही है.
वहीं, अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर गुरुवार को हालांकि ब्रेंट क्रूड का सितंबर डिलीवरी अनुबंध पिछले सत्र के मुकाबले 0.24 फीसदी की तेजी के साथ 63.81 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था लेकिन न्यूयार्क मर्के टाइल एक्सचेंज पर डब्ल्यूटीआई का अगस्त अनुबंध तकरीबन सपाट 56.80 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था.
विदेशी बाजार में कच्चे तेल के दाम में इस सप्ताह बीते दिनों के दौरान तकरीबन तीन डॉलर की नरमी आई है. पिछले सप्ताह के आखिर में बेंट क्रूड का भाव 66.72 डॉलर प्रति बैरल था जबकि डब्ल्यूटीआई का भाव पिछले सप्ताह 60.21 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ था.
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पिछले सत्र में कच्चे तेल के भाव में आई नरमी अमेरिका में गैसोलीन के भंडार में जबरदस्त इजाफा होने से प्रेरित रही. हालांकि अमेरिकी एजेंसी इनर्जी इन्फॉर्मेशन (ईआईए) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार पिछले सप्ताह थोड़ा घटा ही है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि बुधवार को ईआईए द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अमेरिका में कच्चे तेल का उत्पादन पिछले सप्ताह औसतन 120 लाख बैरल रोजाना रहा जो कि पिछले सप्ताह के मुकाबले तीन लाख बैरल प्रति दिन कम है लेकिन पिछले साल के मुकाबले करीब 10 लाख बैरल रोजाना अधिक है.

