रांची: सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (सीटू) की झारखंड राज्य कमिटी बैंक कर्मियों की दो दिवसीय अखिल भारतीय हड़ताल का समर्थन करती है. यह हड़ताल राष्ट्रीयकृत बैंकों को जो हमारे देश की अर्थव्यवस्था का एक मजबूत स्तम्भ है उसे बचाने के लिए की जा रही है.
सीटू के महासचिव प्रकाश विल्पव ने कहा कि केंद्र सरकार की उदारवादी व निजीकरण की नीतियों के कारण हमारे देश का बैंकिंग उद्योग खतरे में है. दूसरी ओर बड़े कॉर्पोरेट घरानों द्वारा एनपीए की भारी राशि जो दश लाख करोड़ रुपए से अधिक हो गयी है. इसे उनके द्वारा बैंकों को नहीं चुकाए जाने के चलते बैंकों में आम जनता की जमा बचत राशि पर भी संकट के बादल मंडरा रहें हैं.
ऐसी परिस्थिति में बैंक कर्मियों के सामने लगातार आंदोलन करने के अलावा दूसरा और कोई रास्ता नहीं है. सीटू बैंक कर्मचारियों की इस हड़ताल का पूरा समर्थन करते हुए अपनी तमाम युनियनों का आह्वान करता है कि 31 जनवरी और 1 फरवरी को आयोजित बैंक कर्मचारियों की देश व्यापी हड़ताल के साथ एकजुटता प्रदर्शित करें.

