रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे एवं लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि शाहनवाज हुसैन जिस धरती पर खड़े होकर कांग्रेस को कोसने का काम कर रहे हैं, उन्हें मालूम होना चाहिए कि झारखंड की जनता ने भाजपा को नकार दिया है.
प्रधानमंत्री ने झारखंड की धरती से आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना सहित 100 से ज्यादा केन्द्रीय योजनाओं का शुभारंभ किया. इसके बाववजूद पूरी भाजपा का सफाया हो गया. यहां तक कि इनके मुख्यमंत्री भी चुनाव हार गये. कांग्रेस मुक्त भारत का सपना देखने वाली भाजपा की हालत यह हो गई है कि यह एक डूबती हुई नाव हो गई है.
देश की राजधानी दिल्ली में भी बुरी तरह से पिटने वाली भाजपा अब बिहार और बंगाल से भी जाने वाली है. मध्यप्रदेश में जिस तरह से एक लोकतांत्रित सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है उसे देश की जनता भली-भांति समझ रही है. देश की जनता के समक्ष आम धारणा बन चुकी है कि चुनाव के परिमाण कुछ भी हो सरकार भाजपा की ही बनेगी.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहनवाज हुसैन को यह मालूम होना चाहिए कि सत्य को थोड़ी देर तक परेशान किया जा सकता है लेकिन परास्त नहीं. भाजपा अब हर प्रदेशों में नकारी जा रही है और अब उन्हें मुंह छिपाने के लिए जगह भी नहीं मिलेगी.
प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे एवं लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि झारखंड भाजपा प्रभारी अरूण सिंह यह बताये कि राजनीतिक दल को चुनाव में अपना प्रत्याशी देना लोकतंत्र के साथ भद्दा मजाक कैसे हो गया? राज्यसभा के चुनाव यकीनन आंकड़ों का अंकगणित है. हार-जीत अलग विषय है लेकिन चुनाव में भाग लेना राजनीतिक दलों का मौलिक अधिकार है. हम अपने कर्तव्य का पालन कर रहे हैं. हॉर्स ट्रेडिंग की राजनीति भाजपा करती रही है और आज भी झारखंड सहित पूरे देश में पैसा-पावर और सत्ता का दुरूपयोग कौन कर रहा है किसी से छुपा हुआ नहीं है.
भाजपा झारखंड में कई बार विधायकों की कम संख्या होने के बावजूद चुनाव में भाग लिया और यहां तक कि चुनाव जीतने का भी काम किया है. प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने कहा कि झारखंड की राजनीतिक पार्टियां जल-जंगल-जमीन और मूलवासी की राजनीति के लिए महागठबंधन के दोनों उम्मीदवारों को समर्थन करेगी और हमारी जीत सुनिश्चित होगी.
इस बाबत झारखंड कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव तथा विधायक दल के नेता आमलगीर आलम रणनीति के तहत कार्य कर रहे हैं. भाजपा प्रभारी अपने दल की सोंचे, कांग्रेस पार्टी की नसीहत देना बंद करें.