रांची: सीपीआईएम ने आज प्रोजेक्ट भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिया. इस बात पर जोर दिया कि इस भयानक त्रासदी से लड़ने के लिए एक दीर्घकालिक कार्य योजना के साथ- साथ तत्काल राहत दिए जाने के काम में सभी राजनीतिक दलों, जनसंगठनों, सामाजिक संगठनों और ट्रेड यूनियनों को भी जोड़ कर फिजिकल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन करते हुए उन्हें जिम्मेदारी सौंपा जाना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने सीपीआईएम की इस चिंता से सहमति जताई कि राज्य में संक्रमण का खतरा अपने पांव पसार रहा है. इसलिए टेस्ट लैब की संख्या बढ़ायी जानी चाहिए, ताकि जांच में तेजी लाकर पॉजिटिव मरीजों को कोविड महामारी के इलाज के लिए चिंहित अस्पतालों में भर्ती कराया जा सके.
सीपीआईएम ने प्रधानमंत्री द्वारा घोषित पैकेज, जिसमें आयुष्मान योजना के अंतर्गत कोरोना के मरीज को कवरेज किए जाने के लिए दिशा निर्देश दिया गया है. इसके आलोक में राज्य सरकार को आयुष्मान के लिए चिन्हित अस्पताल चाहे वह सरकारी हो या नीजि सभी जगह जांच की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध कराने के काम को प्राथमिकता दी जानी चाहिए.
मुख्यमंत्री द्वारा कहा गया कि अभी सरकार के पास 8 मशीनें इसकी जांच के लिए उपलब्ध है, जिनमें से 5 मशीन काम कर रही है और 3 भी जल्द इंस्टॉल हो जायगा.
उन्होंने बताया कि धनबाद में एक मशीन ने आज से काम करना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि रैपिड टेस्ट किट भी जल्द उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.
सीपीआईएम ने मांग किया कि सर्वे के काम में लगी आंगनबाड़ी सेविका – सहायिका के साथ साथ सभी सफाई कर्मचारियों को सुरक्षा किट देने एवं उन सभी कर्मियों का बीमा कवरेज किया जाये.
सीपीआईएम ने इस बात पर जोर दिया है कि केरल सरकार की तर्ज पर सभी को राशन जिसमें चावल आंटा के अलावा दाल, आलू, चना, और सोयाबीन की बड़ी एवं सरसों का तेल भी दिया जाना चाहिए. वर्तमान मे चल रहे क्वारंटाइन सेंटरों की अवस्था में सुधार लाया जाये.