नई दिल्ली, 9 जुलाई : वैश्विक नीतियों पर चलने वाले भारत के पहले स्कूल जिंदल स्कूल ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस (जेएसआईए) के कई छात्रों को इस वर्ष 6-7 लाख रुपये प्रतिवर्ष के औसत पैकेज पर प्लेसमेंट मिल गया है। संस्थान के स्नातकोत्तर छात्रों को प्राइसवाटरहाउसकूपर्स, क्लाइमेट ग्रुप, शूगल टीजीईएस, ग्लोबल काउंटर टेरेरिज्म काउंसिल, मैक्स सिक्योरिटीज, ग्रिड 91, चेज इंडिया, ह्यूमन राइट्स लॉ नेटवर्क, मिटकैट एडवाइजरी, रेड आर और इंडियन पोलिटिकल एक्शन कमेटी (आई-पीएसी) ने प्लेसमेंट दिया है।
जेएसआईए के डीन श्रीराम सुंदर चौलिया ने कहा, “इन छात्रों को एनालिस्ट, कंसल्टेंट, रिसर्च असिस्टेंट्स, टीचिंग असिस्टेंट्स और जियोपॉलिटिकल रिस्क एनालिस्ट के पदों पर लगभग 6-7 लाख रुपये प्रति वर्ष के पैकेज पर लिया गया है।”
चौलिया ने कहा, “जेएसआईए का मुख्य उद्देश्य शुरू से ही योग्य स्नातक छात्रों के कठोर शैक्षणिक प्रशिक्षण पर जोर देने के साथ अंत:विषय सामाजिक विज्ञान के ज्ञान को लगातार उत्पन्न करना और फैलाना रहा है।”
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जेएसआईए खुद को भारत का पहला ऐसा स्कूल मानता है जो वैश्विक नीतियों पर चलता है। संस्थान की वेबसाइट के अनुसार, अभी तक के इतिहास में किसी भी भारतीय यूनिवर्सिटी का पहला स्नातकोत्तर डिग्री वाला स्कूल है जिसमें स्पष्ट रूप से तीन अंतरसंबंधित विषयों – अंतर्राष्ट्रीय संपर्क, अंतर्राष्ट्रीय कानून और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार – को संयुक्त रूप दिया गया है।
जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के कुलपति सी. राजकुमार ने कहा, “यह समग्र वैश्विक नीति की सोच वैश्विक मामलों का अध्ययन करने वाले पारंपरिक दृष्टिकोण से अलग है जो व्यापक रूप से अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के रूप में प्रसिद्ध राजनीति विज्ञान के उप-क्षेत्र तक ही सीमित थे।”
उन्होंने कहा, “जेएसआईए में अंतर-अनुशासनात्मक शिक्षा दी जाती है जो पूरी तरह से नए मेगा-अनुशासन से जोड़ता है, जिसे वैश्विक नीति अध्ययन या वैश्विक मामलों का अध्ययन कहा जा सकता है।”
जेएसआईए द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस वर्ष जेएसआईए के स्नातक और स्नातकोत्तर के छात्रों को नौकरी और इंटर्नशिप देने में करीब 40 से अधिक संस्थानों ने रुचि दिखाई।