मंसूर खान पर इस्लामिक बैंक के नाम पर करीब 30 हजार मुस्लमानों को ठगने का आरोप है. मंसूर खान पर आरोप है कि वह करीब 2000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर दुबई भाग गया था. आईएमए ने अपनी स्कीम में 14 से 18 फीसदी के भारी रिटर्न का लालच देकर हजारों निवेशक को धाखा दिया था जिसके बाद करीब 25 हजार लोगों ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस ने आईएमए जयनगर के दफ्तर में और मंसूर खान के घर में छापा मारा था. जिसमें करोड़ों रुपये की ज्वैलरी और दस्तावेज जब्त किए थे.
धोखाधड़ी के इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंसूर खान के खिलाफ जून में तीसरा समन जारी किया था. इसके तहत मंसूर खान को 3 जुलाई को ईडी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था. पुलिस ने बेंगलुरु से उमर शरीफ को गिरफ्तार किया है. पुलिस उपायुक्त के मुताबिक उमर आईएमए और मंसूर खान के लिए पिछले 5 साल से प्रचार कर रहा था. फिलहाल उमर को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
पुलिस उपायुक्त (क्राइम) गिरीश एस के मुताबिक, ‘एसआईटी ने बन्नेरुघट्टा रोड, बेंगलुरु से 42 वर्षीय उमर शरीफ को गिफ्तार किया है. शरीफ यहां पर अल बशीर नाम से एक स्कूल चला रहा था. यह आईएमए और मंसूर खान के लिए पिछले 5 साल से प्रचार भी कर रहा था. फिलहाल शरीफ को 22 जुलाई तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.’
मंसूर खान की हिरासत से पहले स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) चीफ रविकांत गौड़ा ने कहा, ‘अपने सूत्रों के माध्यम से एक एसआईटी टीम ने आईएमए के संस्थापक-मालिक मोहम्मद मंसूर खान का दुबई में पता लगाया। इसके साथ ही उससे यह भी कहा गया है कि वह भारत लौट आए और खुद को कानून के हवाले कर दे। उसके मुताबिक, वह दुबई से दिल्ली आ चुका है। एसआईटी के कई अधिकारी उसे गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली में मौजूद हैं।’