धनबाद झरिया प्रखंड के सिंह नगर खपड़ा धौड़ा स्थित MPS न्यू प्राथमिक विद्यालय की स्थिति ऐसी है कि ना तो उस स्कूल के बच्चे अपने स्कूल का नाम जानते है, ना ही स्कूल आने का वक्त पता है और ना ही बच्चों के पास स्कूल यूनिफॉर्म है. इस स्कूल की सच्चाई पता करने के लिए खपड़ा धौड़ा न्यू प्राथमिक विद्यालय सुबह के 8 बजे पहुंचे तो देखा कि स्कूल बंद हैं.
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जानकारी लेने के लिए खपड़ा धौड़ा के स्थानिय लोगों से बातचीत की तो स्थानिय लोगों ने आश्चर्यजनक बयान देते हुए कहा कि न्यू प्राथमिक विद्यालय स्कूल खुलने का कोई वक्त नहीं है. क्योंकि इस स्कूल में पढ़ाई होती ही नहीं है, इस स्कूल के कक्षा 1 से 5 तक के लगभग बच्चों को कुछ नहीं आता है, इस स्कूल की शिक्षिका इस स्कूल को अपने मुताबिक चलाती है. कुछ स्थानिय बच्चे खाना खाने आ जाते है, क्योंकि रशोइया स्कूल खोल कर कुछ बच्चों का खाना बना देती है. साथ ही स्थानिय लोगों ने यह भी कहा कि खपड़ा धौड़ा के बच्चों की किस्मत ही खराब है, पास में स्कूल रहने के बावजूद बच्चों का भविष्य अंधकार में जा रहा है. क्योंकि यहां के बच्चों के लिए नजदीक में कोई दूसरा वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है.
स्थानिय लोगों ने कहा अगर जिला प्रसासन न्यू प्राथमिक विद्यालय स्कूल की शिक्षिका को बदल दे तो खपड़ा धौड़ा में रहने वाले बच्चों का भविष्य सुधर जाएगा. स्थानिय लोगों ने शिक्षिका पर यह भी आरोप लगाया कि कक्षा 5 पास करने के बाद शिक्षिका आशा देवी कस्तूरबा विद्यालय में एड्मिसन कराने के लिए 2 हजार से 5 हजार तक घुस की रकम मांगती है. कई अभिवावक ने ये रकम प्रभारी को दिए भी हैं.
शिक्षिका रुखसाना खातून कई दिनों बाद छुट्टी बिता कर स्कूल पहुंची. शिक्षिका से सबसे पहले स्कूल खुलने का वक्त पूछा, सहयोगी शिक्षिका ने बताया सुबह 9 से 2 ये भी एक विचित्र जवाब था. क्योंकि शिक्षा विभाग के अधिकारियों की माने तो कक्षा 1 से 5 तक स्कूल खुलने का वक्त 8 से 2 है. साथ ही शिक्षिका ने कहा कि मैं अभी कुछ दिन बाद आई हूं, हमारे बस में कुछ नहीं है, सभी काम आशा मेम जो स्कूल की प्रभारी है वो देखती है, उनकी मनमानी इतनी बढ़ी हुई है कि वो जो चाहती है वहीं करती है.
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इस बात की जानकारी जिले के सभी अधिकारियों को भी है, सहयोगी शिक्षिका के सामने ही कक्षा 4 की एक छात्रा से पूछा स्कूल का नाम क्या है तो बच्चे ने साफ शब्दो में कहा स्कूल का नाम नहीं पता है. अब आप ही सोचिए कक्षा 4 के बच्चे को स्कूल का नाम नहीं पता है तो क्या पढ़ाई होती होगी इस स्कूल में.
इस मामले में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सुरेन्द्र हेम्ब्रम से जानकारी ली :
शिक्षा अधिकारी ने भी अचम्भे करने वाले जवाब दिए, सुरेन्द्र हेम्ब्रम ने कहा न्यू प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी आशा देवी पर विद्यालय में गड़बड़ी करने के मामले में कई बार कार्यवाई की गई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. प्रभारी की आदत जस की तस है, बच्चे का भविष्य बर्बाद ना हो इसलिए न्यू प्राथमिक विद्यालय को ईस्ट भगत परसाटांड स्कूल में विलय कर दिया जाएगा.