रांची: मजदूरों को पांकुड़, साहेबगंज और कोडरमा भेजे जाने से सम्बंधित आदेश शाम को ही विलोपति किया जा चुका था. सूत्रों के मुताबिक मजदूरों को उनके गंतव्य तक भेजने से सम्बंधित पत्र आया था, लेकिन उसके बाद दिन के 2 बजे आदेश आया कि किसी को इस सम्बंध में आदेश नहीं दिया जा सकता है.
उस आदेश के आलोक में बसें उपलब्ध कराए जाने सम्बन्धित पत्र को निरस्त कर दिया गया. सूत्रों के अनुसार बसें भेजे जाने सम्बन्धित जो पत्र जारी की गई है, उसमें प्रशासन के किसी वरीय प्रभारी का हस्ताक्षर भी नहीं है.
जहां तक स्पष्टीकरण पूछे जाने की बात है तो उसमें उप समाहर्ता प्रभारी गोपनीय शाखा अंकित है. इसमें उपायुक्त से स्पष्टीकरण पूछा जाना कहां तक सही है? बताया गया कि मजदूरों को वाहन मुहैया तो संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम के आदेश पर ही हुआ था लेकिन प्रशासन में किस अधिकारी के आदेश से बसें भेजी गयीं यह जांच का विषय है. पुख्ता जानकारी के मुताबिक कुछ अफसरों के दबाब में शॉ कॉज भेजा गया था.