गुमला: अंजुमन इस्लामिया गुमला के बैनर तले शुक्रवार को जिला मुख्यालय में अल्पसंख्यक लोगों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में थाना रोड स्थित जामा मस्जिद के पास जुमे की नमाज अदा कर मौन जुलूस निकाला. जुलूस शहर के मुख्य मार्गों से होकर गुमला उपायुक्त के कार्यालय के पास पहुंचा, जहां से 7 सदस्यों की एक कमिटी उपायुक्त से मिलकर राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा.
मुस्लिम ही नहीं देश के हर समुदाय के लोग आहत
उपायूक्त को सौंपे ज्ञापन में लिखा है कि केंद्र सरकार की ओर से लोकसभा और राज्यसभा में नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 बिल पेश किया जिसे बहुमत कारण पारित किया गया. महामहिम को ज्ञात हो कि भारत के संविधान की प्रस्तावना में ही भारत को धर्मनिरपेक्ष घोषित किया गया है और संविधान के अनुच्छेद 14 में स्पष्ट उल्लेखित है कि भारत में जाति, लिंग, धर्म के आधार पर नागरिकता नहीं दी जाएगी.
संविधान के अनुच्छेद 15 में उल्लेखित है कि भारत में सभी को समानता का अधिकार प्राप्त है. मौजूदा नागरिकता संशोधन अधिनियम में प्रावधान लाया गया है कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों को जिसमें मुस्लिम समुदाय को छोड़कर सभी जो भारत की नागरिकता की इच्छा रखेंगे या जो भारत में घुसपैठिए है उसमें मुस्लिम को छोड़कर भारत की नागरिकता दी जाएगी.
यह प्रावधान संविधान के अनुच्छेद 21 का भी खुला उल्लंघन है. यह अधिनियम लेकर भारत के संविधान की प्रस्तावना में छेड़छाड़ की गई है, जिससे मुस्लिम ही नहीं देश के हर समुदाय के लोग आहत हैं और पूरे देश में लोग विरोध कर रहे हैं.