फलक शमीम
रांची : झारखण्ड के हजारीबाग जिले में बने प्रमंडलीय सदर अस्पताल हमेशा सुर्खियों में रह है हालाँकि वजह कोई गौरवांवित करने वाली नही रही है । सदर अस्पताल हज़ारीबाग अपने कुव्यवस्था के कारण हरदम चर्चा में बना रहा है ।
कभी स्ट्रैच की कमी तो कभी मरीज़ व उनके परिजनों के साथ अस्पताल कर्मियों का दुर्व्यवहार करने जैसे बाते शामिल है । वंही आज अस्पताल परिसर में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला देखने को मिला ।
आपको बता दें की हजारीबाग सदर अस्पताल के पुरुष वार्ड में एक अज्ञात शव सुबह 07 बजे से देर शाम तक पड़ा रहा । जिसके वजह से वार्ड में भर्ती अन्य मरीजों को भी काफी परेशानी हुई ।
सुबह से लेकर देर शाम तक ऐसे ही शव पुरुष वार्ड में पड़ा रहा लेकिन अस्पताल प्रबंध को इसकी कोई फिक्र नही । भले ही हज़ारीबाग अस्पताल प्रबंधन के लाख दावे हो बावजूद इसके सदर अस्पताल खोखला साबित हो रहा है ।
अगर हजारीबाग जैसे शहर में प्रमंडलीय सदर अस्पताल का आलम यह है तो आप सहज ही सरकार द्वारा स्वास्थ्य के प्रति इतना खर्च पर इतना गंभीरता दिखाए जाने के बाद भी स्थिति ऐसी है तो पुरे आकलन लगाने पर आप यह सहज कह सकते है की अन्य राज्यों के मुकाबले झारखण्ड में स्वाथ्य विभाग की स्थिति कुछ खास ठीक नहीं |
विभाग में कई खामियों को दूर करने के साथ साथ नए सिरे से सोचने की भी जरुरत है सायद तभी सरकारी अस्पतालों की स्थिति सुधर सकती है |

