नई दिल्ली: कर्ज से डूबे यस बैंक के फाउंडर राणा कपूर को लेकर नए खुलासे होकर सामने आ रहे हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच में सामने आया है कि राणा कपूर ने लोन के बदले कंपनियों से 600 करोड़ की रिश्वत ली है. शनिवार को ईडी ने राणा कपूर को गिरफ्तार किया था. इसके बाद रविवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से तीन दिन के लिए राणा को प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया गया है. ईडी राणा से गहन पूछताछ कर रही है.
मनी लॉन्ड्रिंग केस को लेकर राणा कपूर से ईडी ने करीब 30 घंटे तक पूछताछ की है. खबरों के अनुसार, कपूर और उनकी पत्नी बिंदु और तीनों बेटियों ने कथित रूप से रिश्वत लेने के लेने के लिए 20 से अधिक फर्जी कंपनियां बनाई थी. रिश्वत की इस राशी का इस्तेमाल प्रॉपर्टी में निवेश किया जाता रहा है. यस बैंक ने जिन कॉरपोरेट कंपनियों को लॉन दिया था, उनसे रिश्वत की राशि ली गई है.
ईडी की जांच में सामने आया है कि राणा ने 20 से भी अधिक फर्जी कंपनियां बनाई थी. इन कंपनियों में रिश्वत की राशी जमा कराई जाती और इस रकम को संपत्तियों में निवेश किया जाता रहा है. कथित रूप से फर्जी कंपनियों में 2000 करोड़ रुपये की घूस भेजी गई. डीएचएलएफ से कर्ज न चुकाने के बदले 600 करोड़ रुपये लेने का आरोप है.
ईडी ने राणा कपूर की पत्नी और उसकी तीनों बेटियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है. ईडी ने राणा की पत्नी और बेटी से बीती रात करीब 2 घंटे तक पूछताछ की है. एक बेटी को लंदन जाने से रोक दिया गया है.