संवाददाता, रांची
राजधानी में पिछड़े वर्ग की बालिकाओं के उच्चतर शिक्षा के क्षेत्र में निर्मला कॉलेज एक नया मुकाम हासिल कर रहा है. यहां अब सभी वर्गों की बच्चियां एक नया इतिहास भी रच रही हैं. अब यहां इंटरमीडिएट से लेकर स्नातकोत्तर स्तर की शिक्षा प्रदान की जा रही है. दो वर्ष पहले पोस्ट ग्रेजूएट स्तर की शिक्षा कॉलेज परिसर में शुरू की गयी है. इसका रिस्पांस काफी अच्छा मिल रहा है. अब नामांकन की सारी प्रक्रियाएं ऑनलाइन कर दी गयी हैं.
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1969 में कॉलेज की स्थापना हुई थी. 90 छात्राओं से शुरू हुए कॉलेज में अब 3500 से अधिक छात्राएं अध्य्यनरत हैं. यहां कला, विज्ञान और वाणिज्य संकाय की कक्षाएं ली जा रही हैं. कॉलेज की प्रिंसिपल सिस्टर ज्योति ने बताया की 2016 से कॉलेज में पीजी की पढ़ाई शुरू की गयी है. उन्होंने कहा पीजी में कला संकाय से जुड़ी पांच विषयों की पढ़ाई होती है, जिनमें से इकोनॉमिक्स, जियोग्राफी, हिंदी, हिस्ट्री और पॉलिटिकल साइंस विषय शामिल है.
प्रिंसिपल सिस्टर ज्योति ने बताया पीजी में नामांकन लेने के लिए न्युनतम 45 से 50 प्रतिशत मार्क्स होने की आवशकता है, इस कॉलेज में नामांकन लेने के लिए आवेदकों को ऑनलाइन फॉर्म भरने की सुविधा मौजूद है. पीजी के जियोग्राफी संकाय में छात्राएं ज़्यादा मौजूद है, बाकि संकायों के तुलना में. इन्होंने साथ ही ये भी कहा की हमारे कॉलेज की सभी उत्तीर्ण छात्राओं को पीजी में नामांकन की प्राथमिकता दी जाती है. इसके बाद बची सीटों में दूसरे कॉलेजों के छात्राओं को मौका दिया जाता है. उन्होंने कहा कि हमारे यहां की छात्राएं भी अच्छा कर रही हैं. रांची विश्वविद्यालय के हाल में संपन्न हुए दीक्षांत समारोह में 2016-18 में तीन छात्राएं गोल्ड मेडलिस्ट बनी थी.
निर्मला कॉलेज के पीजी में सभी संकायों की कुल सीटें
विभाग, संकाय कुल सीटें-
- इकोनॉमिक्स 60 सीट
- जियोग्राफी 60 सीट
- हिंदी 60 सीट
- हिस्ट्री 60 सीट
- पॉलिटिकल साइंस 60 सीट