रांची: भारत निर्वाचन आयोग की तीन सदस्यीय टीम झारखंड के दो दिवसीय दौरे पर है. वरीय उपनिर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा इस टीम का नेतृत्व कर रहें हैं.
टीम ने तीन प्रमंडलों दक्षिणी छोटानागपुर, उत्तरी छोटानागपुर और पलामू के विभिन्न जिलों में चुनाव की तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की. इसी को लेकर रांची के रेडिसन ब्लू में प्रेस वार्ता आयोजित की गई.
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उमेश सिन्हा ने कहा कि पिछली बार की तरह है इस बार भी झारखंड में 5 चरणों में चुनाव हो रहे हैं. दीपावली जैसे त्यौहार को देखते हुए चुनाव की तारीखों का ऐलान देर से किया गया.
उन्होंने कहा की कमीशन का विशेष निर्देश है कि इस चुनाव में कोई भी मतदाता वोट करने से वंचित ना रहे. अगर अभी भी नए मतदाता अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करवाना चाहते हैं तो करवा सकते हैं. इसके लिए पोलिंग बूथ पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.
इस चुनाव में झारखण्ड में पहली बार नई व्यवस्था लागू की जा रही है. जिसमें दिव्यांगजन और वैसे मतदाता जिनकी उम्र 80 के ऊपर हैं उन्हें पोस्टल बैलट के द्वारा वोट देने का सुविधा प्राप्त होगी.
कमीशन ने निर्देश दिया है कि हर बूथ पर मतदाताओं को सारी सुविधा प्रदान की जाए जिससे कि मतदाताओं को वोट देने में किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े.
झारखंड में ऐसे क्षेत्र जो नक्सल से प्रभावित है उन स्थानों पर केंद्रीय बलों को लगाया जाएगा. लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने की बात कहते हुए उन्होंने विश्वास जताया की विधानसभा चुनाव भी शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त होगा.
उन्होंने यह भी कहा कि कमीशन ने वोटरों की शिकायत को गंभीरता से लिया है और इसके लिए एक नंबर भी जारी किया गया है. जिस पर फोन कर मतदाता अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.
उन्होंने कहा कि 15 जिलो की समीक्षा से वह काफी संतुष्ट हैं. वैसे तत्व जो लोगो को डरा-धमका कर वोट डलवाने का प्रयास करते हैं. वैसे लोगों को चिन्हित कर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.