उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पलायन कर जो भी लोग उत्तर प्रदेश आ गए हैं, उन सबकी जिम्मेदारी हमारी है.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने देश के दूसरे राज्यों में फंसे यूपी के लोगों को वापस लाने के लिए मुख्यमंत्री ने तैयारी की है.
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शनिवार को दिल्ली, नोएडा और उसके आसपास के लोगों के पलायन के बाद आलोचकों के निशाने पर आए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में यह बात कही.
उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों के कामगारों को पलायन की जरूरत न पड़े. हम नहीं चाहते कि उत्तर प्रदेश जैसी चुनौती दूसरे राज्यों के सामने भी आए.
मुख्यमंत्री ने रविवार सुबह कोरोना पर नियंत्रण और बचाव के लिए गठित 11 कमेटियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ अपने सरकारी आवास पर समीक्षा बैठक की.
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बैठक में उनका जोर मजदूरों और विभिन्न व्यवसाय से जुड़े लोगों के पलायन पर रहा. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो भी आ गए हैं या पहले से रह रहे हैं, उनकी पूरी जिम्मेदारी हमारी है.
उन्हें हम भोजन, शुद्ध पानी और दवा देंगे. उनके चलते बाकी लोगों के स्वास्थ्य को कोई खतरा नहीं पैदा होने देंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई कामगार अपने राज्य में नहीं जाना चाहता तो भी कोई बात नहीं, सबकी हिफाजत हमारी जिम्मेदारी है.
बैठक में देश के 28 राज्यों के लिए तैनात नोडल अफसरों ने अन्य राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के लोगों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य में फंसे उत्तर प्रदेश के लोगों को घर सुरक्षित वापस लाना हमारी प्राथमिकता में है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश के सभी निजी संस्थानों के कर्मचारियों को समय पर वेतन दिलाने और हर गरीब-मजदूर को मदद देने के लिए काम कर रही है. उन्होंने मकान मालिकों से किरायदारों से किराया न लेने की अपील की.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बकाए की वजह से किसी की बिजली नहीं कटेगी. हर जगह पर बिजली और पानी की आपूर्ति बनी रहेगी.