आशका पटेल
रांची, 4 जुलाई : राजधानी के जग़न्नाथपुर मंदिर में गुरुवार को भक्तों का जनसैलाब उमड़ा। अहले सुबह से ही भक्त भगवान जग़न्नाथ के दर्शन के लिये लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। वहां पहुंचने वाले सभी भक्तों ने भगवान जगन्नाथ के समक्ष शीष नवाये और देश, राज्य व परिवार की खुशयाली की दुआ मांगी।
पूरा जग़न्नाथपुर भक्ति गीतों से गुंजायमान है। पूजा-अर्चना सामग्री के साथ मिठाईयों की दुकानें भी आस्था की कहानी बयां कर रही हैं। हर किसी की नजर भगवान जग़न्नाथ के दर्शन पर टिकी थी। यह सिलसिला देर शाम तक जारी रहा।
मेले में खेल तमाशा के साथ मनोरंजन भी
रथ मेला में पूजा अर्चंना के साथ खेल –तमाशा और मनोरंजन की भी व्यवस्था की गई है। मौत का कुंआ, झूला,बच्चें के लिये मनोरंजन के कई नयाब तरीके लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे। हर कोई खींचा चला आ रहा।
झारखंडी संस्कृति की भी झलक
मेलें में झारखंडी संस्कृति की झलक भी दिख रही है। परंपरागत हथियार, तलवार, फरसा, तीर-धनुष आकर्षंण का केंद्र बने हुये हैं। परंपरागत वाद्य यंत्र नगाड़ा, ढ़ोल, बांसुरी की भी खरीदारी जमकर हो रही हैं। वहीं रसोई के सभी समान भी उपलब्ध कराये गये हैं। मेलें में पक्षियों की भी बिक्री हो रही हैं। हालांकि पक्षियों को बोचने पर प्रतिबंध लगा हुआ है, पर वन विभाग बेखबर है।
लजीज व्यंजन का भी लुत्फ उठा रहे लोग
मेले में आने वाले लोग लजीज व्यंजन का भी लुत्फ उठा रहे हैं। झारखंडी व्यंजन धुसका, मिठाई, बर्रा सहित सभी तरह के व्यंजन लोगों को भा रहे हैं। वहीं चाइनिज व्यंजन भी लोगो को अपनी ओर खींच रहे हैं। मिठाई दुकानदारों का कहना है कि वे पिछले 20 साल से मिठाई की दुकान लगा रहे हैं।



