NSE की पहली महिला मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ चित्रा रामकृष्ण पर SEBI ने गंभीर आरोप लगाए हैं.पूर्व एमडी चित्रा रामकृष्ण स्टॉक एक्सचेंज की महत्वपूर्ण और गोपनीय सूचना एक तीसरे शख्स को शेयर करती थीं. सेबी का कहना है कि वह तीसरा शख्स एक बाबा है जो हिमालय पर्वत पर बैठा हुआ है.
SEBI ने अपने खुलासे में कहा कि चित्रा हिमालय के एक अनाम बाबा (योगी) के सलाह पर फैसला लेती थी. इन्हीं बाबा के सलाह पर उन्होंने आनंद सुब्रमण्यम को एक्सचेंज में समूह परिचालन अधिकारी और प्रबंध निदेशक का सलाहकार नियुक्ति किया था. चित्रा रामकृष्ण और अन्य के खिलाफ शुक्रवार को पारित अपने अंतिम आदेश में सेबी ने यह खुलासा किया है.
कौन है योगी
रामकृष्ण अप्रैल 2013 से दिसंबर 2016 तक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की एमडी एवं सीईओ थीं. वह योगी को सिरोमणि कहती थीं, जो उनके मुताबिक एक आध्यात्मिक शक्ति हैं और पिछले 20 वर्षों से व्यक्तिगत और व्यावसायिक मामलों पर उनका मार्गदर्शन कर रहे हैं. रामकृष्ण के अनुसार यह अज्ञात व्यक्ति या योगी कथित रूप से एक आध्यात्मिक शक्ति थी, जो अपनी इच्छानुसार कहीं भी प्रकट हो सकती थी.