बिधारा एक पौष्टिक औषधि : वनौषधि – 52
प्रचलित नाम- वधारा/घावपत्ता प्रयोज्य अंग- पंचांग, मूल, पत्र एवं बीज। स्वरूप-घनी विशाल लता, सभी अंग मृदुरोम द्वारा आच्छादित, पत्ते हृदयाकार ...
Read moreDetailsप्रचलित नाम- वधारा/घावपत्ता प्रयोज्य अंग- पंचांग, मूल, पत्र एवं बीज। स्वरूप-घनी विशाल लता, सभी अंग मृदुरोम द्वारा आच्छादित, पत्ते हृदयाकार ...
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