रांची। रांची में हुए आदिवासियों के जमीन घोटाले मामले में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं पहले अधिकारियों ने आदिवासियों की जमीन की रजिस्ट्री कर दी और बाद में भी हुआ अन्य दस्तावेज को फाड़ दिया जब मामला तूल पकड़ने लगा तो कोतवाली थाना में क्रमवार तीन एफ आई आर दर्ज कराए गए इसी तरह के मामले में दो अन्य f.i.r. पहले से 15 थाना में दर्ज है कोतवाली थाना कांड संख्या 146-20 20 के अनुसंधान के लिए जब सभी दस्तावेज खंगाले गए तो यह जानकारी मिली की रांची के रजिस्टार ऑफिस से जांच के लिए एक आगरा पत्र विधि विज्ञान प्रयोगशाला को भेज दिया गया यह नियम के विरुद्ध है क्योंकि जांच की अनुशंसा पुलिस कर सकती है कोतवाली थाना में दर्ज इस मामले का अनुसंधान अब सीआईडी कर रही है दस्तावेज की गड़बड़ी करने में रजिस्ट्री ऑफिस के सभी अधिकारियों को जांच के घेरे में रखा गया है सीआईडी अब इन सभी की कुंडली खंगाले की वर्तमान अपर समाहर्ता भी जांच के दायरे में है इसके अलावा कई सीईओ और एलडीसी भी जांच के दायरे में है दर्द f.i.r. में कहा गया है कि वॉल्यूम नंबर 25 पेज संख्या एक सौ से 102 तक में फर्जी डीड है इसके माध्यम से आदिवासियों की जमीन हड़पने की कोशिश की गई है