हमलावर की तलाश जारी
मंजूर अहमद अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं. मंजूर अहमद शोपियां में सेना की 34 राष्ट्रीय राइफल्स के साथ मिलकर काम कर रहे थे. फिलहाल हमलावर की तलाश के लिए इलाके में बहुत बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इससे पहले अप्रैल महीने में भी आतंकियों ने सोपोर में छुट्टी पर आए लाइट इनफैंट्री के जवान मोहम्मद रफी यातू की घर में घुसकर हत्या कर दी. पिछले साल भी ईद पर घर आये सेना के जवान औरंगजेब की भी इसी तरह मारा गया था. औरंगजेब के हत्यारे शौकत अहमद डार को पिछले महीने 18 मई को सेना ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया था.
दो एसपीओ लापता
वहीं, जम्मू कश्मीर पुलिस ने राज्य के पुलवामा जिले में दो विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) के जिला पुलिस लाइन्स में वापस रिपोर्ट नहीं करने के बाद गुरुवार को जांच शुरू की. अतीत में ऐसे कई उदाहरण देखने को मिले, जब एसपीओ सहित सुरक्षाकर्मी आतंकी संगठनों में शामिल हो चुके हैं. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘दो एसपीओ ने पुलवामा में पुलिस लाइंस में वापस रिपोर्ट नहीं की है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.’’