रांची : झारखंड राजद में हमेशा से गुटबाजी हावी रही है. अभय कुमार सिंह को झारखंड की कमान मिलने के बाद सबसे बड़ी चुनौती इसी गुटबाजी से निपटना होगा. विरोधी अभी से कहने लगे हैं कि झारखंड राजद का पतन होना तय है.
अभय कुमार सिंह को कमान मिलने के साथ ही गौतम सागर राणा गुट के लोग विरोध में आ गए हैं. पार्टी के पूर्व प्रदेश महासचिव कैलाश यादव कहते हैं कि अभय कुमार सिंह के आने से राजद का सामाजिक समीकरण बिगड़ गया है. राजद का नैतिक पतन होना तय है. आगामी 13 जून को एक बैठक बुलाई गई है, जिसमें आगे की रणनीति तय होगी.
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान ही अन्नपूर्णा देवी ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष पद को छोड़ते हुए भाजपा का दामन थाम लिया था और अब एक बार फिर विधानसभा चुनाव से पहले गौतम सागर राणा को हटाकर अभय कुमार सिंह को लाया गया है.