उत्तर प्रदेश : सूबे के मऊ जिले के गोहना के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में साजिश रचने के आरोपी पूर्व सांसद धनंजय सिंह की विभिन्न राज्यों में अवैध सम्पत्तियों को पुलिस अब जब्त करने की कार्रवाई करेगी. लखनऊ के पुलिस उपायुक्त पूर्वी संजीव सुमन ने बताया कि आरोपी ने अवैध ढंग से करोड़ों की संपत्तियां अर्जित की हैं. इनका आंकलन कर जब्त करने की कार्रवाई के लिये प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग को पत्र लिखा गया है.
डीसीपी संजीव सुमन ने बताया कि धनंजय सिंह ने अपराध के बूते करोड़ों रुपये की सम्पत्ति अर्जित की है. इन सम्पत्तियों में लखनऊ में विभिन्न स्थानों पर 6 फ्लैट, 2 फार्म हाउस, गोमतीनगर में लैब, फर्जी दस्तावेजों से बनायी गई कई कम्पनियां, दिल्ली, जौनपुर, वाराणसी, मऊ, फतेहगढ़, बाराबंकी में कई फ्लैट व मकान, पेट्रोल पंप है. इसके अलावा धनंजय के नाम से विभिन्न स्थानों में स्टैंड, झारखण्ड में फार्म हाउस व ईट-भठ्ठे चलते हैं. डीसीपी के मुताबिक धनंजय सिंह पर लखनऊ पुलिस ने 25000 रुपए के इनाम का ऐलान कर दिया है. धनंजय अजीत सिंह हत्यािकांड में वांटेड हैं, वह लगातार फरार चल रहे हैं.
बता दें कि गत 6 जनवरी की रात विभूतिखंड क्षेत्र में कठौता चौराहे के पास मऊ जिले के गोहना के पूर्व प्रमुख अजीत सिंह और उसके साथी मोहर सिंह पर शूटरों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं. अजीत को 25 गोलियां मारी गई थीं. अजीत सिंह एक कुख्यात अपराधी था और उसके ऊपर 17 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज थे. मामले में मोहर सिंह की तहरीर पर आजमगढ़ के कुंटू सिंह, अखंड सिंह, शूटर गिरधारी समेत 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. पुलिस ने धनंजय सिंह को गिरधारी के बयान के आधार पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोपी बनाया था. धनंजय ने बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर 2009 का लोकसभा चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज कर संसद में जौनपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था.