सिकीद नामक पैतृक गांव में पिता ने दी पुत्र को मुखाग्नि
चतरा: प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के 10 लाख का इनामी जोनल कमांडर आलोक का सोमवार को अंतिम संस्कार चतरा जिले के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत उसके पैतृक सिकीद गांव स्थित तड़बनवा घाट पर कर दिया गया. उसे मुखाग्नि उसके पिता चमारी यादव ने दी. अंतिम संस्कार में हजारों की संख्या में ग्रामीणों की भीड़ उमड़ी थी.
ज्ञात हो कि आलोक की मौत गया जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र के धनगांय में पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में हुई थी. इस पुलिसिया करवाई में आलोक के अलावा मुखिया प्रतिनिधि वीरेंद्र यादव और जयराम यादव की भी मौत हो गई थी. जबकि एक ग्रामीण घायल हुआ था. आलोक की मौत के बाद उसके परिजनों ने गया पुलिस से उसके शव को अपने गांव पहुंचाने की मांग की थी.
परिजनों के निवेदन को स्वीकार करते हुए पुलिस ने आलोक का पोस्टमार्टम गया मेडिकल कॉलेज में कराने के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया. गौरतलब है कि आलोक को हत्या के एक मामले में फंसाये जाने के बाद उसने माओवादी संगठन ज्वाइन किया था. तब उसकी उम्र महज 14 वर्ष की थी.