जमशेदपुर: लौहनगरी के लिए स्वर्णरेखा नदी लाइफ लाइन की तरह है. टाटा स्टील अपने स्टील उत्पादन के लिए और टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (पूर्व में जुस्को) शहर में पेयजल की सप्लाई के लिए इसी नदी पर निर्भर है.
लेकिन शहर की बहुत बड़ी आबादी इस नदी में ही कई तरह के कचरे या तो डंप कर देती है या नाले के माध्यम से कई तरह के कचरे नदी में आकर मिलते हैं. ऐसे में नदी बहुत तेजी से प्रदूषित होते जा रही है.
टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (पूर्व में जुस्को) के गौरव आनंद स्वच्छता पुकारे अभियान चला रहे हैं.
वहीं पिछले सप्ताह से झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी शहर की लाइफ लाइन नदी को बचाने के लिए पहल कर रहे हैं. रविवार को भी स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ-साथ जुस्को, इनर व्हील सहित कई सामाजिक संस्थाओं ने भी श्रमदान किया. नदी की पेटी से जलकुंभी, प्लास्टिक बैग, पॉलिथिन सहित खाली बोतल सहित दूसरे अवशेषों को बाहर निकाला. रविवार को सभी के सामूहिक प्रयास से लगभग 10 टन कचरा निकाला गया है.
स्वर्णरेखा नदी पर लगातार बढ़ते प्रदूषण पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने चिंता जाहिर की. कहा कि लौहनगरी के लिए यह नदी जीवनदायिनी की तरह है. लेकिन ये लगातार प्रदूषित हो रही है. नदी प्रदूषित न हो इसके लिए हम जल्द ही पहल करेंगे. क्योंकि नदी का अस्तित्व रहेगा, तभी हमारा अस्तित्व बना रहेगा.