बिहार: मुजफ्फरपुर में पत्रकार द्वारा भ्रष्टाचार उजागर करने के बाद पत्रकार पर जानलेवा हमला एवं दबंग वार्ड सदस्य द्वारा हरिजन एक्ट के तहत झूठे केस में फंसा देने का धमकी दिया गया, जिसको लेकर पत्रकार ने मानवाधिकार में शिकायत की है.
मामला मुजफ्फरपुर जिले के साहेबगंज प्रखंड के जगदीश पंचायत का हैं. आज से 1 वर्ष पूर्व स्थानीय पत्रकार प्रियरंजन ने बिहार दस्तक के माध्यम से वार्ड सदस्य द्वारा नल-जल योजना में हो रहे भ्रष्टाचार का गंभीर मामला उठाया था.
जिसके बाद लगभग 1 साल तक मामला शांत था और अब सभी असामाजिक तत्व और दबंग वार्ड सदस्य द्वारा पत्रकार प्रियरंजन को बार-बार धमकी दिया जा रहा है कि अगर इस बार पत्रकार ने खबर बनाया या कंप्लेन किया तो उस पर हरिजन एक्ट कर फंसा दिया जाएगा.
पत्रकार ने इस तमाम मामले पर लिखित आवेदन थाना को दिया है. अभी बीते दो-तीन दिन पहले की घटना है. दबंग लोगों के द्वारा पत्रकार के छवि के बारे में लोग उल्टा सीधा सोशल मीडिया पर बोलकर एक वीडियो वायरल किया गया. जिसमें बोला जा रहा है कि पत्रकार ने उक्त व्यक्ति से ₹50000 का मांग किया है और पत्रकार ने धमकी दी हैं कि पैसा मिलने के बाद ही नल जल योजना पूर्ण होने देंगे.
प्रियरंजन का कहना हैं कि तमाम आरोप बेबुनियाद और झूठे हैं यह लोग इसलिए आरोप लगा रहे है क्योंकि पूर्व में इनलोगों ने मिलकर जो घोटाला किया था उस मामले को बिहार दस्तक के माध्यम से खबर को प्रकाशित करवाया था, जिसमें मुखिया पति ने खबर पर मुहर लगाई थी.
मुखिया पति ने कहा “लगभग 50 लोगों का गिरोह बना काम कर रहा हैं वार्ड सदस्य..
वहीं जगदीशपुर पंचायत के मुखिया पति ने बिहार दस्तक संपादक लोकेश पुष्कर से बातचीत की और उक्त जानकारी दी. मुखिया का कहना हैं कि वार्ड सदस्य अपने 50 गुर्गों के साथ मिल कर ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों को सदैव परेशान करता हैं. कई प्रकार के असामाजिक गतिविधियों को अंजाम देता हैं एवं लोगों को झूठे केस आदि में फंसता हैं और फंसाने की धमकी देता हैं.
मुखिया पति ने बताया कि पूर्व में वार्ड सदस्य के गुर्गों ने मुखिया पर हमला कर दिया था. ऐसे कई मामलों में भी वार्ड सदस्य नागेंद्र राम की संलिप्तता रहती हैं.
पूर्व से ही वार्ड सदस्य नागेंद्र राम और क़ई प्रकार के अपराधिक एवं अन्य कई मामले दर्ज हैं.
पत्रकार को संरक्षण दें प्रशासन..
इस तमाम मुद्दे के मद्देनजर बिहार दस्तक संपादक ने प्रशासन से पत्रकार को संरक्षण देने की मांग की हैं. संपादक ने कहा कि चुकी पूर्व से ही पत्रकार द्वारा प्रशासन को इन गतिविधियों की जानकारी दी गयी हैं, ऐसे में प्रशासन को भी ठोस कदम उठाते हुए उचित करवाई करनी चाहिए.
इधर पत्रकार प्रियरंजन ने कहा हैं कि पूर्व की तरह अब भी निर्भीकता के साथ वो गलत के खिलाफ अपना आवाज बुलंद करते रहेंगे.