रांची : झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रबीद्रनाथ महतो ने नौ जून को धरती आबा बिरसा मुण्डा की पुण्यतिथि पर उन्हें याद किया और उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित की.
उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा आदिवासी समाज से एक महान व्यक्तित्व थे. गुलामी के दौर में जब पूरे देश की परिकल्पना कठिन थी उन्होंने आम लोगों को स्वतंत्रता के लिए जागरूक किया और उनके अधिकारों के लिए उलगुलान का नेतृत्व किया.
आदिवासी समाज द्वारा भगवान बिरसा मुण्डा के नेतृत्व में लड़ी गयी लड़ाई का ही फलाफल था कि उस दौर में भी अंग्रेज आदिवासी समाज के हितों में कानून बनाने पर मजबूर हुए और विभिन्न काश्तकारी कानूनों से आदिवासी हितों का रक्षा किया गया.
वे बहुत कम उम्र में ही अंग्रेजों सत्ता से लड़ते हुए ईश्वरत्व को प्राप्त हो गयें. इतिहास में बिरले ही ऐसा उदाहरण है जिन्हें अपने कर्मों से कम आयु में ही भगवान के समान दर्जा प्राप्त किया.