साहेबगंज : भारतीय जनता पार्टी की झारखंड प्रदेश कमेटी की ओर से गठित उच्च स्तरीय टीम ने शुक्रवार को संताल हूल के महानायक सिदो-कान्हू की मातृभूमि साहिबगंज जिले के भोगनाडीह गांव का दौरा किया. टीम ने शहीद के वंशज रामेश्वर मुर्मू के परिवार से भेंट के साथ वंशज के एक सदस्य रामेश्वर की हत्या के बाद परिवार की माली हालत और हत्या के कारणों के संबंध में जानकारी ली. टीम में भाजपा के वरिष्ठ नेता राज्यसभा सांसद समीर उरांव, दुमका के सांसद सुनील सोरेन, पूर्व मंत्री डॉ लुईस मरांडी, हेमलाल मुर्मू, पूर्व विधायक गायत्री कुजुर, शिव शंकर उरांव,राम कुमार पाहन,विन्देश्वर उरांव एवं सेवानिवृत्त पूर्व पुलिस महानिरीक्षक डाक्टर अरुण उरांव, दुमका भाजपा के जिलाध्यक्ष निवास मंडल के साथ पार्टी के कई प्रमुख नेता भी शामिल थे.
टीम ने बीते 12 जून को संताल हूल के महानायक सिदो-कान्हू के वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या पर गहरा शोक व्यक्त किया और राज्य के मुख्यमंत्री की कर्मभूमि वाले इस क्षेत्र में इस तरह की घटना को अति दुर्भाग्य पूर्ण करार दिया. इसके बाद पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि रामेश्वर मुर्मू की निर्मम हत्या से पीड़ित परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. पत्नी के साथ तीन छोटे बच्चों की जिंदगी तबाह हो गयी हैं. टीम ने कहा वंशज के उक्त परिवार के लिए जीवन बसर करना मुश्किल हो गया है. उन्होंने कहा कि टीम अपनी रिपोर्ट पार्टी नेतृत्व को सौंपेगी. टीम ने कहा कि पार्टी नेतृत्व की ओर से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जायेगा. जिसमें सिदो-कान्हू के वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या मामले की सीबीआई से जांच कराने के साथ मृत रामेश्वर के मासूम बच्चों को गोद लेने, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और दस लाख रुपया सहायता राशि उपलब्ध कराने की मांग की जायेगी. टीम के सदस्यों ने दावा किया कि एक साजिश के तहत अमर शहीद सिदो-कान्हू के वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या की गयी है. टीम के सदस्यों ने सिदो-कान्हू के वंशज की निर्मम हत्या करने जैसे संगीन मामले के हत्यारोपी और आत्मसमर्पण करने वाली आरोपी को रिमांड पर लेकर अभी तक गहन पूछताछ नहीं किया जाना गम्भीर चिंता का विषय है. इससे राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन की गतिविधियों पर संदेह होना पैदा करता है. भाजपा नेता ने इस संगीन मामले पर राज्य सरकार से अविलंब सख्त कार्रवाई कर पीड़ित परिवार को उचित न्याय उपलब्ध कराने की मांग की और कहा कि राज्य सरकार ने इस पर अविलंब कार्रवाई नहीं हुई तो इस मसले को आगामी सत्र में संसद की पटल पर रखा जायेगा.