रांची : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में केंद्र ने झारखंड सहित सभी राज्यों को उनके कोटे का अनाज समय से पूर्व ही रिलीज कर दिया था. झारखंड के डिलीवरी मेकैनिज्म को वर्तमान सरकार ने इतना चौपट कर दिया है कि केंद्र द्वारा पर्याप्त मात्रा में अनाज दिए जाने के बावजूद गांव में गरीबों तक अनाज नहीं पहुंच पा रहा. अनाज पहुंचाना पूर्णतः राज्य सरकार की जिम्मेवारी है .
प्रतुल ने कहा की सरकार के मंत्री ने खुद माना था की पीडीएस सिस्टम में भारी गड़बड़ी है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को अपना डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम ठीक करना चाहिए. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस राज्य में भूख से मौतें हो रही हैं और राज्य सरकार उस पर लगातार पर्दा डालने की कोशिश कर रही है.
प्रतुल ने कहा कि केंद्र झारखंड सहित सभी राज्यों को यथासंभव सहायता उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।लेकिन राज्य सरकार ने अभी तक केंद्र द्वारा उपलब्ध कराई गई राशि का हिसाब भी नहीं दिया है।प्राप्त सूचना के अनुसार केंद्र से मिल रहे अनाज और सहायता राशि में भी बड़े पैमाने पर बंदरबांट की सूचना है.
प्रतुल ने कहा की कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा पेट्रोल और डीजल की कीमतों के मुद्दे पर जनता के सामने मगरमच्छ के आंसू बहा रहे हैं। महाराष्ट्र, राजस्थान और झारखंड में या तो कांग्रेस की सरकार है या उनके समर्थन से सरकार चल रही है। फिर भी यहां हाल के दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर निरंतर वृद्धि की गई है और वैट को भी बढ़ा दिया गया है.
अगर कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा को पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाना था तो इनकी सरकार सबसे पहले झारखंड में भाजपा सरकार द्वारा पेट्रोल डीजल पर वैट में दी गयी रियायत को वापस नहीं लेते और बाद में इसमें इजाफा भी नहीं करते।