जगदम्बा प्रसाद शुक्ल,
प्रयागराज : मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में सर्किट हाउस के सभागार में कोविड-19 की रोकथाम एवं प्रबंधन के सम्बंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गयी. बैठक में मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग सहित सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को कोविड-19 के संक्रमण को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए ज्यादा से ज्यादा टेस्ट कराये जाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि जितना अधिक से अधिक टेस्टिंग की सुविधा होगी, कोरोना संक्रमण के प्रसार को उतनी ही जल्दी से नियंत्रित किया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि लोगों के अंदर यह जागरूकता लायी जाये कि संदिग्ध लोग स्वयं टेस्टिंग सेंटर पर जाकर अपनी सैम्पलिंग कराये.
उन्होंने डोर-टू-डोर सर्वे कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से सुनिश्चित किये जाने के लिए कहा है। कहा कि डोर-टू-डोर सर्वे कार्यक्रम में जो भी लोेग संदिग्ध रूप में मिले उनको तत्काल नजदीक के टेस्टिंग सेंटर पर ले जाकर उनकी सैम्पलिंग करा ली जाये। मुख्य सचिव ने कोरोना संक्रमित मरीजों के सम्पर्क में आने वाले लोेगो की कांटेक्ट टेªसिंग कर प्रत्येक दशा में ऐसे लोगो की जांच कराये जाने के लिए कहा है, जिससे कि यदि ऐसे लोगो में संक्रमण के लक्षण हो, तो तत्काल उनका परीक्षण करते हुए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके. मुख्य सचिव ने जनपद में प्रतिदिन कितने लोगो की टेस्टिंग हो रही है, इसके बारे में जानकारी प्राप्त की तथा टेस्टिंग की संख्या को अधिक से अधिक बढ़ाने के निर्देश दिये.
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए स्वच्छता, सफाई तथा जनसहभागिता की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए इस पर विशेष ध्यान दिये जाने के लिए सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। मुख्य सचिव ने सर्विलांश टीम को मेडिकल स्क्रीनिंग का कार्य करते हुए सघन रूप से परीक्षण के कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने एल-1, एल-2 एवं एल-3 अस्पताल की व्यवस्था के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए वहां पर सभी आवश्यक व्यवस्थायें चुस्त-दूरूस्त बनाये रखने का निर्देश दिया है। मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग सहित कोविड-19 के संक्रमण को रोकने में लगे हुए अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को आपसी समन्वय बनाते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये। मुख्य सचिव ने कोविड हेल्प डेस्क तथा सर्विलांश टीम के प्रत्येक सदस्यों के पास आॅक्सीमीटर, थर्मो स्कैनर, सैनेटाइजर अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहने के लिए कहा है. उन्होंने पुलिस विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति बिना मास्क के बाहर न निकले, इस पर कड़ी नजर रखी जाये। यदि कोई व्यक्ति बिना मास्क के मिले तो ऐसे लोगो के विरूद्ध तत्काल कार्रवाई करें तथा जुर्माने की कार्यवाही भी सुनिश्चित करें। उन्होंने कार्यालयों, हाॅस्पिटल एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टंेसिंग का अनिवार्य रूप से पालन करने को कहा। मुख्य सचिव ने सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों से कहा कि सभी का यह पूर्ण प्रयास हो कि कोरोना के कारण किसी की भी मृत्यु न होने पाये, इसके लिए जो भी आवश्यक उपाय हो, उन्हें सुनिश्चित करें. उन्होंने होम आइशोलेशन के मानकों का भी पूर्ण रूप से अनुपालन सुनिश्चित कराये जाने के लिए कहा है.
अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा श्री अमित मोहन प्रसाद ने सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों से कहा कि लोगो के अंदर अधिक से अधिक जागरूकता लायी जाये कि वे स्वयं टेस्टिंग सेंटर पर आकर अपना टेस्ट स्वंय करायें, जिससे कि इसके संक्रमण कोे फैलने से रोका जा सके। इस अवसर पर मण्डलायुक्त श्री आर0 रमेश कुमार, एडीजी जोन-श्री प्रेम प्रकाश, मुख्य सचिव के स्टाप आफिसर-श्री पंकज कुमार, आईजी जोन-श्री के0पी0 सिंह, जिलाधिकारी श्री भानु चन्द्र गोस्वामी, एसएसपी-श्री अभिषेक दीक्षित, नगर आयुक्त-श्री रवि रंजन, प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष-श्री टी0के0 शिबु, मुख्य विकास अधिकारी-श्री आशीष कुमार सहित अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
बैठक के उपरांत मुख्य सचिव श्री राजेन्द्र तिवारी ने स्वरूपरानी अस्पताल का निरीक्षण भी किया। उन्होंने वहां पर बने हुए एल-3 आइशोलेशन वार्ड तथा अन्य वार्डों का निरीक्षण कर सभी आवश्यक व्यवथाओं को चुस्त दुरूस्त बनाये रखने के निर्देश दिये। उन्होंने स्वरूपरानी में बने हुए हेल्प डेस्क को भी देखा तथा प्राचार्य से हेल्प डेस्क पर की जा रही कार्रवाई के बारे में जानकरी प्राप्त की। उन्होंने पुरानी बिल्डिंग के वार्डों में भी जाकर वहां भर्ती मरीजों से बातचीत कर व्यवस्थाओं के बारे जानकारी प्राप्त की। मुख्य सचिव ने बेली अस्पताल के पास स्थित अर्नी मेमोरियल इण्टर कालेज में पहुंचकर वहां पर कोविड-19 की कार्रवाईयों के बारे में जानकारी प्राप्त की.