सरायकेला – खरसावां : जिले में जन मुद्दों व अधिकारों की लड़ाई में शामिल विभिन्न जनसंगठनों की संयुक्त बैठक चांडिल के चिलगु गांव में आयोजित हुई. इसमें विस्थापित मुक्ति वाहिनी, सरायकेला जिला अभिभावक संघ, गांव गणराज्य लोक समिति, झारखंड जनतांत्रिक महासभा, वनाधिकार समिति आदि संगठन के प्रतिनिधि शामिल हुए.बैठक में उपस्थित लोगों ने दिवंगत सामाजिक कार्यकर्ता रुहीदास उरांव की याद में मौन रखकर शोक संवेदना प्रकट किया.
बैठक में विभिन्न मुद्दों पर वक्ताओं ने अपना विचार व्यक्त किया. इस दौरान कपाली के पुनर्वास स्थल के जमीन पर माफियाओं द्वारा अतिक्रमण किए जाने की बात सामने आई. वहीं, कपाली के लोगों ने बताया कि पुनर्वास स्थल के सरकारी तालाब पर भी कब्जा किया जा रहा है। इस पर संगठनों के प्रतिनिधियों ने ने प्रशासन व सुवर्णरेखा परियोजना के प्रति तीखी आलोचना की। अरविंद अंजुम ने बताया कि पुनर्वास स्थलों पर माफियाओं के जमीन अतिक्रमण हटाने को लेकर जल्द ही जिला प्रशासन व सुवर्णरेखा परियोजना के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा जाएगा.
इसके अलावा आगामी 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस व भारत छोड़ो आंदोलन दिवस के अवसर पर जिले के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में अपने – अपने गांवों में धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। विस्थापन समस्याओं, वनाधिकार कानून, कोल ब्लॉक नीलामी, बकाया जीएसटी राशि, कॉरपोरेट घरानों के बकाया राजस्व आदि मुद्दे पर यह धरना दिया जाएगा। जिसमें क्षेत्र के सभी जन संगठन भाग लेंगे। इसमें मास्क व सोशल डिस्टेंस (शारीरिक दूरी) का पालन करने की बात कहा गया। उन्होंने बताया कि 9 अगस्त को होने वाले धरना प्रदर्शन से पहले 29 जुलाई को जन संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच ऑनलाइन बैठक होगी। जिसमें आंदोलन की रूपरेखा तैयार किया जाएगा। बैठक में अरविंद अंजुम, श्यामल मार्डी, कपूर बागी, बासुदेव आदित्यदेव, साबिर अंसारी, वृहस्पति सिंह सरदार, मुमताज अंसारी, मोहम्मद ताजुद्दीन, बबलू अंसारी, निर्मल गोप, गोपी बोदरा, सुनील हेम्ब्रम, सुखराम टुडू, राज मार्डी आदि उपस्थित थे.