उत्तराखंड: चमोली आपदा को 14 दिन पूरे हो गए. शव मिलने का सिलसिला अब भी जारी है. अभी तक 65 शव बरामद किए जा चुके हैं, जिनमें से 34 लोगों की शिनाख्त हो चुकी है. 31 शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई है. इनके डीएनए सैंपल लिए गए हैं. अभी 142 लोग लापता हैं. आपदा में बारह गांव भी प्रभावित हुए हैं जिनमें 465 परिवार प्रभावित हुए हैं. सभी जगह आवागमन और बिजली, पानी की वैकल्पिक व्यपवस्थाा बहाल कर ली गई है. आवागमन के लिए धोलीगंगा पर भंग्यूल, जुवाग्वाड़ गांव और रैणी में तीन जगह ट्रालियां लगाई गई हैं. तपोवन साइट पर टनल से अभी तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं. यहां अनुमानत: 25 से 35 लोग मलबे में दबे हैं.
180 मीटर की इस टनल को 145 मीटर तक साफ कर लिया गया. यहां लगातार मलबे के स्लग के रूप में होने और बैकफ्लो के कारण ऑपरेशन में दिक्कतें हो रही हैं. टनल से पानी को निकालने के लिए पंप लगाए गए हैं. पहले पानी की निकासी की जा रही है और फिर टनल में मलबा हटाने का काम किया जा रहा है. यहां एनडीआरएफ और टनल में खुदाई का काम कर रहे हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मचारियों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी ओर टनल से लगे डिसेल्टिंग चैंबर में भरे स्लग को भी पंप के जरिए निकालने का काम शुरू किया गया है. डिसेल्टिंग चेंबर में 100 से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका है लेकिन यहां पंद्रह से बीस मीटर तक मलबा भरा पड़ा है. जब तक मलबा सूख नहीं जाता यहां जेसीबी मशीन भी नहीं डाली जा सकती.