ऑटो डेस्क. बारिश के दौरान जब कार के ग्लास पर पानी बहने लगता है तब ड्राइविंग मुश्किल हो जाती है। पानी लगातार ग्लास पर गिरता है जिससे सामने का व्यू क्लियर नहीं होता। हालांकि, रेन वाइपर्स इस प्रॉब्लम को थोड़ा आसान बना देते हैं। ऐसे में यदि ग्लास पर रेन रिपेलेंट लगा है तब ड्राइविंग बेहद आसान हो जाती है। इसे साइड मिरर पर भी लगाया जा सकता है।ऑटो एक्सपर्ट टूटू धवन भी रेन रिपेलेंट यूज करने के लिए सजेस्ट करते हैं।
एक्सपर्ट की राय
बारिश शुरू होने से पहले कार के ग्लास के ऊपर रेन रिपेलेंट का यूज जरूर करना चाहिए। ये बारिश के पानी को ग्लास पर टिकने नहीं देता। कई बार तो रेन वाइपर्स चलाने की जरूरत भी नहीं पड़ती। इसका यूज कार के बैक साइड वाले ग्लास पर जरूर करना चाहिए, क्योंकि कई मॉडल में बैक रेन वाइपर नहीं होता। रेन रिपेलेंट लगाने के बाद जब पानी ग्लास पर गिरता है तब वो छोटी-छोटी बूंदों में बदल जाता है।
ग्लास पर बन जाती है लेयर
रेन रिपेलेंट में पॉलीसिलोक्सन और हाइड्रोक्सी-टर्मिनेटेड पॉलीडिमैथिलसिलोक्सेन इन्ग्रेडिएंट्स होते हैं। जो ग्लास के ऊपर सिंथेटिक हाइड्रोफोबिक की लेयर बना देते हैं। ये एलिमेंट जलविरोधी होते हैं जो पानी को बूंदों में बदल देते हैं, जिससे ये ग्लास पर टिक नहीं पाती और सामने का व्यू क्लियर हो जाता है।
रेन रिपेलेंट की कीमत
रेन रिपेलेंट ऑनलाइन और ऑफलाइन मार्केट में आसानी से मिल जाता है। इसकी ऑनलाइन प्राइस 350 रुपए से शुरू हो जाती है। हमेशा अच्छी क्वालिटी का रेन रिपेलेंट यूज करना चाहिए। जो पूरी तरह से वर्क करे।