रांची: झारखंड के खूंटी जिले के मुरहू थाना क्षेत्र में प्रतिबंधित नक्सली संगठन (पीएलएफआई) का सबजोनल कमांडर जिदन गुड़िया पुलिस मुठभेड़ में मारा गया. पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के बाद नक्सली संगठन में दूसरा स्थान रखने वाला जिदन गुड़िया पर 15 लाख रुपये का इनाम था.
पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम द्वारा सोमवार सुबह खूंटी जिले के मुरहू थाना क्षेत्र में अभियान पर थी. इस दौरान मुरहू थाना क्षेत्र के कोयंगसार जगल में चलाये गये सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई गोलीबारी की घटना में जीदन गुड़िया मारा गया. घटनास्थल से पुलिस ने एके-47 और कारतूस भी बरामद किया गया है. बताया गया है कि पुलिस और सीआरपीएफ की 94वीं बटालियन की संयुक्त टीम अभियान चला रही थी, इस दौरान पुलिस से घिरता देख नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस की तरफ से भी जवाबी फायरिंग की गयी. इस मुठभेड़ में जिदन गुड़िया मारा गया. वहीं नक्सली दस्ते के अन्य सदस्य जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले. पुलिस जंगल में सर्च अभियान चला रही है.
जिदन गुड़िया खूंटी जिले के ही तोरपा थाना क्षेत्र अंतर्गत तपकारा ओपी के कोचाकरंज टोली गांव का ररहने वाले था. पुलिस के लिए वह काफी दिनों से चुनौती बना था और उसे लंबे समय से पुलिस तलाश कर रही थी. हाल के कुछ महीनों में पुलिस द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई में पीएलएफआई नक्सली संगठन बैकफुट पर नजर आ रहे हैं. इस वर्ष पुलिस ने कई बड़ी कार्रवाई करते हुए पीएलएफआई नक्सली संगठन के 6 सदस्यों को मार गिराया है और अब जिदन गुड़िया के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद पीएलएफआई नक्सली संगठन को बड़ा झटका लगा है.