माथे पर गोल बड़ी सी कत्थई रंग की बिंदिया, मांगों में भरा लाल सिंदूर, गले में मंगलसूत्र और नाक में लौंग (नोजपिन) के साथ दमकने वाला सुषमा स्वराज का चेहरा शायद ही कोई भूल सके। हमेशा कॉटन व सिल्क की साड़ियों में दिखने वाली सुषमा स्वराज स्लीवलेस जैकेट भी पहना करती थीं जो उनका सिग्नेचर स्टाइल बन गया। सुषमा के लिए सोमवार को सफेद, क्रीम, मंगलवार को लाल, मैरुन, बुधवार को हरा, गुरुवार को पीला, शुक्रवार को बैंगनी, शनिवार को नीला और रविवार को किसी भी रंग की आजादी थी। दिनों के अनुसार रंगों का चयन कर साड़ी को खूबसूरती से पहनने वाली सुषमा स्वराज के बाल कभी अस्त-व्यस्त नहीं रहे। हमेशा अपने बालों को समेटकर वे पीछे की ओर जूड़ा बांधे रहती थीं। विदेश मंत्री के तौर पर दुनिया के हर कोने में वे उन्होंने अपने इसी स्टाइल को निहायत ही खूबसूरती से पेश किया।तीज-त्योहारों पर वे पूरी तरह भारतीय परंपरा के अनुसार सजती संवरती थीं। विशेषकर करवा चौथ के अवसर पर उन्हें गहनों और जेवरातों में देखा जा सकता था।
उनके पास शॉल का भी अच्छा कलेक्शन होता था। उन्हें कॉटन व सिल्क साड़ियां खूब पसंद थीं। सिल्क की साड़ियों में भागलपुरी सिल्क भी वे पसंद से पहनती थीं। हर रंग की साड़ियों के साथ उनके पास जैकेट का भी अच्छा कलेक्शन था। काफी कम मौकों पर वे बिना जैकेट साड़ी पहने नजर आती थीं। सूचना प्रसारण मंत्री और विदेश मंत्री के पद पर आसीन रहीं सुषमा स्वराज ने अपने कार्य को बखूबी समझा और उसे बेहतर तरीके से निभाया।