जम्मू-कश्मीर में अनुच्देद 370 को खत्म किए जाने के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने बौखला कर गीदड़भभकी दे रहे हैं। इमरान खान द्वारा भारत में पुलवामा आतंकी हमले जैसे वारदात की धमकी देने के बाद पंजाब में भी खतरा बढ़ गया है। आतंकी वारदात की आशंका के कारण पंजाब सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने राज्य में अलर्ट जारी कर दिया है। इसके साथ ही पुलिसकर्मियों की छुट्टियों को रद कर दिया गया है। दूसरी ओर, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान की प्रतिक्रिया व भारत से राजनयिक संंबंध को लेकर उठाए गए कदम का श्री करतारपुर कॉरिडोर पर असर नहीं पड़ेगा।
कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने राज्य में सुरक्षा के लिए बड़ा कदम उठाते हुए चौकसी बढ़ाने का निर्देश दिया है। पंजाब पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के बदले हालात और स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर पूरे राज्य में चौकसी बढ़ा दी है। पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद दी गई हैं। राज्य के पाकिस्तान सीमा से लगते क्षेत्रों में चौकसी और सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने पंजाब पुलिस को अलर्ट किया है कि जम्मू-कश्मीर में बदले हालात के मद्देनजर और स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर विशेष सुरक्षा प्रबंध यकीनी बनाने की जरूरत है, क्योंकि आतंकवादी देश के किसी भी सरहदी सूबे में घुसपैठ करके किसी अप्रिय घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। इसके बाद राज्य सरकार ने तुरंत कदम उठाते हुए अलर्ट जारी कर दिया है ।
राज्य के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने डीजीपी इंटेंलीजेंस, एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर और एडीजीपी सिक्योरिटी समेत सीनियर पुलिस अफसरों के साथ सुरक्षा प्रबंधों को लेकर एक अहम मीटिंग की। डीजीपी ने केंद्रीय ख़ुफिया एजेंसियों की तरफ से मिली गुप्त सूचना पर विचार-विमर्श किया और सभी जिलों में कड़े सुरक्षा प्रबंध यकीनी बनाने के आदेश दिए। डीजीपी ने सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों को एक पत्र लिख कर कहा है कि 15 अगस्त तक सार्वजनिक स्थानों, शैक्षणिक व सेहत संस्थान, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, मल्टीप्लेक्स, सिनेमा घरों, बाजारों समेत धार्मिक स्थानों के आसपास चौकसी बढ़ा कर शरारती तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाए। उन्होंने पाकिस्तान की सरहद से सटे जिलों के अलावा जम्मू-कश्मीर की सरहद के साथ लगते पंजाब के क्षेत्रों में भी विशेष ध्यान रखने की हिदायतें दी हैं।
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा चौकसी बढ़ाई गई है। सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों को अलर्ट रहने को कहा गया है। मुख्य मंत्री ने पिछले दिनों सुरक्षा कड़ी करने के आदेश दिए थे। एक सवाल के जवाब में डीजीपी ने बताया कि 20 अगस्त तक सभी पुलिस अफसरों और मुलाजिमों की छुट्टियां रद कर दी गईं हैं। उन्होंने कहा, मैं खुद सुरक्षा प्रबंधों की लगातार समीक्षा कर रहा हूं। पठानकोट, गुरदासपुर और फिरोजपुर के इलाकों में चेकिंग जारी है। यहां तीखी नजर रखी जा रही है। खुफिया एजेंसियों की तरफ से इस तरह के इनपुट अकसर रूटीन में इंटेलीजेंस को मिलते रहते हैं, जिन पर काम लगातार चलता रहता है।
दूसरी ओर, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भारत के साथ राजनयिक संबंधों को कम करने के पाकिस्तान के फैसले पर चिंता व्यक्त की है। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस कदम से करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायुक्त को निष्कासित करने और नई दिल्ली के साथ द्विपक्षीय समझौतों की समीक्षा करने के पाकिस्तान के फैसले की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जल्दबाजी में लिया गया फैसला है। भारत के लिए कश्मीर एक आंतरिक मामला है, जो इस क्षेत्र के संबंध में कोई भी निर्णय लेने का अधिकार रखता है। उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद को भारत के साथ अपने राजनायिक संबंधों को कम करने के लिए एक बहाने के रूप में इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। उन्होंने कहा, पाकिस्तान का फैसला क्षेत्रीय सुरक्षा के हित में नहीं है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि दक्षिण-पूर्व एशियाई क्षेत्र की नाजुक शांति को अस्थिर करने के लिए इस तरह के किसी भी कदम से पड़ोसी देश खुद को कमजोर बना देगा।
कैप्टन ने उम्मीद व्यक्त किया कि इस पूरे घटनाक्रम से करतारपुर कॉरिडोर पर प्रभाव नहीं पड़ेगा और पाकिस्तान बहुप्रतीक्षित कॉरिडोर को रोककर सिख भावनाओं को आहत नहीं करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीतिक विचारों को सिखों की धार्मिक भावनाओं को खत्म करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। सिखों के लिए श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा श्रद्धा का प्रतीक है।