इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि सीमा-पार करतारपुर कॉरिडोर परियोजना अपनी योजना के अनुसार जारी रहेगा। पाकिस्तान का यह बयान भारतीय राजदूत को निष्कासित करने व दूसरे जवाबी उपायों की घोषणा के बाद आया है।
पाकिस्तान ने इन कदमों को भारत द्वारा अनुच्छेद 370 को रद्द किए जाने के बाद उठाया है। इस अनुच्छेद के तहत जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा प्राप्त था।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने अपनी ब्रीफिंग में कहा, “करतारपुर कॉरिडोर परियोजना जारी रहेगी। पाकिस्तान सभी धर्मो का आदर करता है और वह परियोजना के साथ आगे बढ़ेगा।”
उन्होंने कहा, “भारत व पाकिस्तान ने कॉरिडोर के निर्माण पर सहमति जताई थी। यह कॉरिडोर भारत के सिख तीर्थयात्रियों को गुरद्वारा दरबार साहिब तक आसानी से पहुंच प्रदान करेगा। गुरुद्वारा साहिब करतारपुर के नरोवल में स्थित है।”
उन्होंने कहा, “वर्तमान गुरद्वारा उस जगह पर बना है जहां गुरु नानक सिंह का 22 सितंबर 1539 में निधन हुआ था। प्रधानमंत्री इमरान खान ने 28 नवंबर 2018 को करतारपुर कॉरिडोर की नींव रखी।”
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता की यह टिप्पणी पाकिस्तान के गुरुवार को सीमा-पार समझौता एक्सप्रेस के स्थायी रूप से रोके जाने की घोषणा व एक दिन पहले भारतीय उच्चायुक्त को निष्कासित करने व द्विपक्षीय व्यापार को निलंबित किए जाने के बाद आई है।
करतारपुर कॉरिडोर को गुरु नानक देव के 55वीं जयंती पर नवंबर में खोला जाना है।