रांचीः विधायक सरयू राय ने सीएम को पत्र लिख कर कहा है कि 01.05.2020 को आरक्षी महानिदेशक को पत्र लिखा था और जाँच कराने का अनुरोध किया था. सीआई और विशेष शाखा को जाँच करने का आदेश हुआ. सीआईडी ने जाँच पुरा कर लिया. कारवाई भी शुरू कर दी. परंतु विशेष शाखा की जाँच अधर में लटकी हुई है. इस बारे में मैंने दिनांक 07.08.2020 को राज्य के पुलिस निदेशक को स्मारित किया था और जाँच प्रतिवेदन माँगा था जो अभीतक नहीं मिला.
मुझे आशंका है कि विशेष शाखा की जाँच में मामले पर जानबूझकर लीपापोती की गई है. फिर भी अवैध कार्यालय से जुडे कतिपय पुलिसकर्मियों ने लिखित गवाही दिया है कि अवैध कार्यालय, जिसका प्रभार एक निजी व्यक्ति के हाथ मे था, में विशेष शाखा के तत्कालीन एडीजी भी आया करते थे. भवन निर्माण विभाग से वह भवन मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार आवंटित कराया गया था. विशेष शाखा के एडीजी ने संभवत: जाँच प्रतिवेदन में कहा है कि सच्चाई बाहर आयेगी तो पुलिस की बदनामी होगी.
मुख्यमंत्री जी, पुलिस की बदनामी इस घृणित कुकर्म का परदाफ होने से नहीं बल्कि इसे दबाने से होगी. पुलिस के अधिकारियों की मनोवृत्ति आपराधिक हो जायेगी, वे क़ानून विरोधी काम करने लगेंगे, कोयले का अवैध उठाव कराने लगेंगे, कोयला के अवैध व्यापार में लगे शातिर समूहों को संरक्षण और उन्हें अलग अलग ज़िलों से अंगरक्षक दिलवाने लगेंगे तब पुलिस की छवि बदनुमा होगी और क़ानून व्यवस्था पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ेगा, पुलिस तंत्र पर से लोगों का विश्वास उठ जायेगा, वर्दी पर दाग लगेगी. इसलिये पुलिस की वर्दी में ग़ैरक़ानूनी काम करने वालों की पहचान होना और उन्हें दंडित कर अलग थलग करना क़ानून व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिये ज़रूरी है.
विशेष शाखा की अवैध कारगुज़ारी की जाँच को शिथिल करने में कोयला की हेराफेरी करने में लगा शातिर समूह सक्रिय हो गया है. ये जाँच को प्रभावित करने का सक्रिय प्रयास करने में जुट गये हैं. जाँच पूरी जितना ही विलंब होगा इनका हस्तक्षेप उतना ही बढ़ेगा. झारखंड में कोयला के अवैध कारोबार की एनआईए जाँच जिस तरह पथभ्रष्ट हुई है उससे इस शातिर समूह का मनोबल बढ़ा है. वैसा ही सलूक ये विशेष शाखा की जाँच के साथ भी करना चाह रहे हैं. मैं आपको इनके खतरानाक मंसूबों से आगाह करना चाहता हूँ.
अनुरोध है कि आप पूर्व में हुये विशेष शाखा के काले कारनामों की जाँच का दूसरा चरण शीघ्र पूरा करायें, अबतक की जाँच में हुये खुलासों के अनुसार चिन्हित दोषियों पर कारवाई करायें तथा सीआईडी और विशेष शाखा की जाँच के पहले चरण के प्रतिवेदनों को मुझे उपलब्ध कराने का निर्देश दें.