जूनियर डॉक्टरों ने 50 की संख्या में पहुंचकर मृतक के परिजनों से की मारपीट, केस भी दर्ज कराया
रांची: रिम्स में जूनियर डॉक्टरों की गुंडागर्दी थम नहीं रही है. 50 की संख्या में पहुंचकर जूनियर डॉक्टरों ने एक मृतक के परिजनों के साथ जमकर मारपीट की है. परिजनों का आरोप है कि इनमें से कई डॉक्टर नशे में भी थे. परिजनों ने आरोप लगाया है कि जूनियर डॉक्टरों को जो भी चीज मिल रही थी, उसी से मारपीट कर रहे थे.
मारपीट के बाद डॉक्टरों ने बरियातू थाने में केस भी दर्ज कराया है. मृतक का छोटा भाई अभी भी बरियातू थाने के लॉकअप में है. दरअसल शुक्रवार को हजारीबाग के एक युवक की मौत मेडिसिन आईसीयू वार्ड में हो गयी थी. युवक 24 साल का था.
परिजनों ने बताया कि आईसीयू वार्ड में एक भी डॉक्टर नहीं थे. जिस वजह से इलाज सही से नहीं हो पा रहा था. परिजनों के बार-बार बुलाने के बाद भी डॉक्टर नहीं पहुंच रहे थे. जिसके बाद युवक की मौत हो गयी. जिसके बाद मृतक के परिजन आपा खो बैठे थे.
परिजनों ने बताया कि मृतक के भाई का हाथ एक डॉक्टर के चेहरे पर गलती से लग गया और उनका चश्मा नीचे गिर गया. जिसके बाद डॉक्टर को लगा कि परिजन ने उनको मार दिया है. जिसके बाद में 50 से अधिक की संख्या में जूनियर डॉक्टर पहुंचकर उनके परिजनों के साथ मारपीट की.
इधर-उधर भटक रही है मां
मृतक की मां बरियातू थाना और रिम्स के चक्कर लगा रही है. एक बेटे की लाश रिम्स में पड़ी है और दूसरा बेटा बरियातू थाने के हवालात में बंद है. अब मां को समझ नहीं आ रहा है कि वह करे तो करे क्या. मृतक की मां ने कहा कि मेरे एक बेटे का अंतिम संस्कार जरूरी है जो दूसरे बेटे के बगैर हो नहीं सकता. दूसरा बेटा थाने में बंद है. और इसके बिना हम जा नहीं सकते हैं. जूनियर डॉक्टरों की कंप्लेन के बाद दूसरे बेटे को बरियातू थाने में बंद कर दिया गया है. जिसे बुरी तरह डॉक्टरों ने मारा भी है
मृतक की मां ने बताया कि इतनी मारपीट के बाद भी वे जूनियर डॉक्टरों के हॉस्टल गयी थी. ताकि वे उनके पैर में गिर कर माफी मांग सके. पर, वहां भी उन्होंने मिलने से इंकार कर दिया. वह ऐसी स्थिति में है कि अपने दूसरे बेटे को छुड़वा भी नहीं पा रही.
जूनियर डॉक्टरों की मारपीट और गुंडागर्दी रिम्स में आमबात
ऐसा नहीं है कि रिम्स में जूनियर डॉक्टर और मरीज के परिजनों के बीच मारपीट की यह पहली घटना है. जूनियर डॉक्टर और रिम्स में इलाजरत परिजनों के बीच लगातार यह घटना घटती रहती है. डॉक्टरों का मरीजों के परिजन के साथ मारपीट का वीडियो कई बार वायरल हो चुका है.
पर कभी भी जूनियर डॉक्टरों पर कार्रवाई नहीं होती. बल्कि मरीज के परिजनों को ही भुगतना पड़ता है. अक्सर इलाज के लिए डॉक्टरों को बुलाने पर नहीं आते और परिजन द्वारा बार-बार बुलाए जाने पर डॉक्टर गुस्सा हो जाते हैं. फिर मारपीट तक कर देते हैं.